नावाटांड निवासी संजय दास ताराटांड क्षेत्र में अचेत अवस्था में मिलने के बाद इसे सदर अस्पताल लाया गया।जहां चिकित्सकों ने इसे मृत घोषित कर दिया।बुधवार सुबह 8 बजे परिजनों ने पुलिस पर ही मारपीट कर इसकी जान ले लेने का आरोप लगाया। बताया गया कि संजय दास बेहद गरीब है और यह एक बोरिंग गाड़ी में चालक के रूप में काम करता था। आरोप है कि यह नावाटांड से बोरिंग कर मंगलवार रात 10 बजे गिरिडीह शहर में कहीं बोरिंग करने के लिए जा रहा था। आरोप है कि इसी दौरान ताराटांड जंगल में पुलिस पेट्रोलिंग टीम ने इनके वहन को रोका और इससे पैसे की मांग की। आरोपी यह भी है कि पैसा नहीं देने पर ड्राइवर खलासी के साथ मारपीट की गई। परिजनों ने बताया कि खलासी किसी तरह मौके से जान बचाकर भाग निकला। लेकिन यह पकड़ा गया और पुलिस ने इसके साथ बेरहमी से मारपीट की। जिससे इसकी मौत हो गई।घटना से परिजन बेहद आक्रोशित है और आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं। फिलहाल यह मामला जांच का विषय है। जांच से स्पष्ट हो पाएगा कि इसकी मौत आखिर हुई तो हुई कैसे?