नगर निगम के उप नगर आयुक्त रोहित कुमार सिन्हा द्वारा बिना बोर्ड की बैठक में निर्णय लिए ही सैरातो टोल में अचानक बढ़ोतरी कर दिया गया है। अचानक इस तरह के फैसले को निगम के वार्ड पार्षद और बस यूनियन द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है। इसी को लेकर सभी वार्ड पार्षद ने उप महापौर को आवेदन सौंपकर अचानक उप नगर आयुक्त द्वारा टोल वसूली में किए गए बढ़ोतरी निर्णय को निरस्त करने की मांग की है। इस बाबत निगम के उपमहापौर प्रकाश राम ने भी इस फैसले पर निंदा व्यक्त करते हुए उप नगर आयुक्त को लिखित आवेदन के माध्यम से तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है। उप महापौर ने बताया कि कोई भी निर्णय को लागू करने के पूर्व बोर्ड की बैठक में पारित किया जाता है। 12 मार्च को आहूत निगम बोर्ड की बैठक में एजेंडा दिया गया था कि आय का मुख्य स्रोत टोल वसूली पर चर्चा किया जाएगा। लेकिन बढ़ोतरी से संबंधित कोई भी मामला नहीं उठाया गया था। अचानक उप नगर आयुक्त द्वारा इस तरह का निर्णय ले लेना विधि संगत है। इधर सभी वार्ड पार्षदों का कहना है कि इस तरह अचानक बस स्टैंड हटिया टोल आदि स्थानों पर स्थानों पर दो से तीन गुना वसुली में वृद्धि कर देना लोगों पर बोझ के समान है। वार्ड पार्षदों ने उप नगर आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य इस तरह का निर्णय लिया गया है। जो गलत है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सेरातों का टेंडर 1 साल का होता था लेकिन अचानक 2 साल के लिए कर दिया गया। इधर बस यूनियन के अध्यक्ष शिवम आजाद ने भी उप नगर आयुक्त को आवेदन के माध्यम से टोल वसूली में अचानक बढ़ोतरी पर निंदा व्यक्त करते हुए लागू किए गए निर्णय को हटाने की मांग की है। मौके पर वार्ड पार्षद सुमित कुमार, चंद्रशेखर ,अब्दुल्ला ,अजय रजक,सोमर मरांडी,कमल सिंह,सैफ अली गुड्डू, पार्षद प्रतिनिधि अनिल राम,मिथुन चंद्रवंशी,अशोक रजक,हबलु गुप्ता,असद उल्लाह,नुरुल होदा,शिवम आजाद ,सोनू चौरसिया,सहित कई पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि मौजूद थे ।