गावां के खरसान पंचायत की रनर रही मुखिया प्रत्याशी मुनिया देवी मतगणना में लगा रही हैं गड़बड़ी करने का आरोप
री-काउंटिंग की मांग को लेकर अपने समर्थकों संग 26 मई से बैठी है धरना पर
धरना के आठवें दिन मुखिया प्रत्याशी समेत छह लोगों ने शुरू किया आमरण अनशन
गावां प्रखंड के खरसान पंचायत के मुखिया प्रत्याशी मुनिया देवी का री-काउंटिंग की मांग को लेकर आयोजित बेमियादी धरना आठवें दिन आमरण अनशन में तब्दील हो गया। बता दें कि मुनिया देवी का आरोप है कि रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा मतगणना में गड़बड़ी की गई है। जानबूझकर मतपत्रों को इधर उधर कर 22 वोट से दूसरे प्रत्याशी को विजयी बना दिया गया। जबकि 12 नम्बर वार्ड में 24 मतपत्र मिला ही नहीं। बक्शे से वहां मात्र 209 मतपत्र ही मिला, जबकि इनलोगों ने रजिस्टर संधारण 232 वोट का किया है। सिर्फ इसी बूथ पर 24 वोट की गड़बड़ी हुई है। इसके अलावा भी 2-3 बूथों पर हेराफेरी की गई। इस सब की शिकायत वहां तुरंत आरओ से की गई। शिकायत पर उन्होंने री-काउंटिंग करवा देने का आश्वासन भी दिया। परंतु अचानक छह घंटे बाद शाम 8 बजे यह कह कर री-काउंटिंग से मना कर दिया कि अब समय नहीं है। इसी से शक और गहरा होता है कि जरूर गड़बड़ी हुई है। तभी आरओ द्वारा छह घण्टे तक री-काउंटिंग करवा देने का आश्वासन देते हुए हमलोगों को बरगलाया गया और अचानक दूसरे को विजयी घोषित कर दिया गया।
इधर इस मामले में गावां के अंचलाधिकारी सह निर्वाची पदाधिकारी दीपक प्रसाद ने कहा कि मतगणना में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। जिस बूथ पर वे लोग 24 मत्र कम मिलने का दावा कर रहे हैं वह सरासर गलत है। चूंकि मुनिया देवी 22 वोट से चुनाव हारी हैं, इसलिए वहां री-काउंटिंग नहीं होना था। रीचेक किया गया था। जीत हार में दोहरे अंक का अन्तर रहने पर री-काउंटिंग का प्रावधान नहीं है। कहा कि मुखिया प्रत्याशी द्वारा दिये जा रहे धरना और आमरण अनशन की जानकारी जिला उपायुक्त को दे दी गई है। कहा कि अगर उन्हें लगता है कि गड़बड़ी हुई है, तो वे लोग अदालत जाएं।











