झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ की सार्वजनिक बैठक रविवार को राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में आयोजित की गई। वहीं बैठक की अध्यक्षता पंचायत सेवक, जनसेवक, रोजगार सेवक के क्रमाश अध्यक्ष अशोक कुमार गोप भरत मांझी और महेंद्र राय द्वारा किया गया। बैठक में मुख्य रुप से जिला प्रशासन द्वारा योजना की त्रुटि में सुधार नहीं कर सीधे प्राथमिक दर्ज करने की कार्रवाई की निन्दा की गई। साथ ही बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन सचिव ने कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री बहाने वाले पदाधिकारी ही अपने गर्दन बचाने के उद्देश्य से बीपीओ के माध्यम पंचायत सचिव रोजगार सेवक जनसेवक के विरुद्ध 50 मामला दर्ज कराया गया। जिसको कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान संगठन सचिव ने उपायुक्त महोदय से मांग किया कि अभिलंब अवैध प्राथमिकी को वापस किया जाय। साथ ही भविष्य में ऐसी गलती होने पर संबंधित कर्मियों पर जांच कर राशि की वसूली और कार्रवाई करने की भी मांग की गई। बैठक के दौरान 2 सूत्री मांगों को लेकर बताया गया कि 1 महीने के अंदर सरकारी कर्मी के विरुद्ध जो प्राथमिकी दर्ज की गई है उसे वापस किया जाय। भविष्य में विभागीय कार्रवाई के अलावा प्राथमिकी की प्रथा पर रोक लगाया जाय। भ्रष्ट पदाधिकारियों को चिन्हित कर बाहर निकाला जाय। बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि इन मांगों को प्राप्ति में विलंब होने पर 9 मार्च को सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के यहां आक्रोश पूर्व प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर लखन प्रसाद रजक लखन लाल पंडित टहल रविदास रघुनंदन विश्वकर्मा रूपलाल महतो अनूप कुमार समेत कई कर्मचारी गण मौजूद थे
	    	
                                







                

