सीबीआरएन इमरजेंसी से संबंधित एक मॉक ड्रील अभ्यास गुरुवार को गिरिडीह स्टेडियम में किया गया।यहां एनडीआरएफ टीम पटना के द्वारा केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल और न्यूक्लियर इमरजेंसी से संबंधित मॉक ड्रील का अभ्यास करती नजर आई।बताया गया कि किसी भी रासायनिक केमिकल एवं बायोलोजिकल आपदा के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रिस्पांस एजेंसियों का रिस्पांस चेक करना व सभी स्टेक होल्डर्स के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना होता है। एनडीआरएफ टीम पटना के इंस्पेक्टर राम कुमार सिंह ने बताया कि रासायनिक, जैविक व रेडियोधर्मी आपदा होते हैं,जिसके विषय में जानकारी ही बचाव का मूल मंत्र है। इस मॉक ड्रिल अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है और समय-समय पर इस तरह के मेगा मॉक अभ्यास द्वारा महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी।