लालबागचा राजा (LalBaugcha Raja), मुंबई का सबसे प्रसिद्ध गणपति, हर साल गणेश चतुर्थी के दौरान हजारों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस प्रतिष्ठित गणेश मूर्ति की स्थापना लालबाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा की जाती है और इसे गणेशोत्सव के दौरान विशेष रूप से पूजा जाता है।
लालबागचा राजा (LalBaugcha Raja) का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि यह गणेश प्रतिमा लगभग 12 फीट ऊंची होती है, जो न केवल भक्तों को आशीर्वाद देती है बल्कि उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करने का भी प्रतीक है। हर साल, भक्त यहाँ अपनी समस्याओं और इच्छाओं को लेकर आते हैं और भगवान गणेश से प्रार्थना करते हैं कि वे उनकी कठिनाइयों का निवारण करें।
इस वर्ष भी गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर लालबागचा राजा की प्रतिष्ठा धूमधाम से की गई। लाल बाग के राजा की इस भव्य मूर्ति को लगभग 20 किलो के सोने से बने बहुमूल्य मुकुट, शानदार आभूषणों और अलंकारों से सजाया गया है। गणेश जी के हाथ में कमल का फूल, कुल्हाड़ी और आशीर्वाद मुद्रा भक्तों को शांति, समृद्धि और साहस का संदेश देती है। गणपति की सिर पर रखे मुकुट की बात करें तो यह मुकुट रिलायंस फाउंडेशन के तरफ से अनंत अंबानी ने 15 करोड़ की लागत में बनवा कर भेंट किया है।
लालबागचा राजा (LalBaugcha Raja) की मूर्ति के दर्शन के लिए देश भर से लोग आते हैं। यहां भक्त कई घंटे लाइन में लगकर भगवान गणेश के दिव्य दर्शन का अनुभव करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से यहां आकर प्रार्थना करते हैं, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं।
गणेशोत्सव के अंतिम दिन, गणपति विसर्जन के दौरान लालबागचा राजा की विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें हज़ारों भक्त शामिल होते हैं। यह यात्रा एक अद्वितीय और भक्तिमय अनुभव होती है, जहां हर कोई भगवान गणेश से विदाई लेते हुए अगले वर्ष के आगमन की कामना करता है।