किसान मंच का आंदोलन अंबेडकर चौक पर मंगलवार को भी जारी रहा।असल में बीते रविवार को धरना स्थल पर पहुँचर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने किसान मंच के लोगों को वार्ता के लिए मंगलवार को दोपहर 12 बजे नया समाहरणालय भवन आने को कहा था। निर्धारित समय पर 30 मौजा कमिटी के अध्यक्ष समाहरणालय पहुंचे। पर सभी पदाधिकारी कार्यालय से गायब थे। किसान मंच के लोग शिकायत करने उपायुक्त कार्यालय भी गए।लेकिन उपायुक्त महोदय भी अपने कार्यालय में नहीं थे। काफी इंतजार के बाद भी जब कोई अधिकारी नहीं आए तो सभी मौजा कमिटी के अध्यक्ष धरना स्थल पर वापस आ गए और भेमाल मौजा कमिटी के वरीय कार्यसमिति सदस्य मुनेश्वर हांसदा के नेतृत्व में जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के विरोध में अम्बेडकर चौक से टॉवर चौक तक प्रदर्शन कर भगोड़ा जिला प्रशासन हाय, हाय, । न्योता दे के भागा क्यों, जिला प्रशासन जवाब दो। किसानों को बुला के भागा क्यों। जिला प्रशासन जवाब दो आदि नारा लगाकर जिला प्रशासन के कार्यशैली का विरोध किया ।
प्रदर्शन के बाद किसान पुनः धरना पर बैठ गए। धरना को संबोधित करते हुए किसान मंच के गिरिडीह जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने कायरता का परिचय दिया है। किसान आज अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा एवं अन्य अधिकारी/ कर्मचारी के काले कारनामों का कुंडली ले के गया था। जिस वजह से अधिकारी अपना कार्यालय छोड़ के भाग गए।
किसान मंच के संरक्षक अजित कुमार सिन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन के पदाधिकारियों का कार्यालय छोड़ के भागना यह साबित करता है कि रजिस्टर टू और खतियान में घूसखोरी जिला प्रशासन के संरक्षण में हो रहा है।इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में किसान मंच के जिला उपाध्यक्ष ज्योति सोरेन, टाटो कियारी मौजा कमिटी के अध्यक्ष रोहित कुमार यादव, पुरना नगर मौजा कमिटी के अध्यक्ष,मंटू कुमार चंद्रवंशी, चपरडीहा मौजा कमिटी के अध्यक्ष रानी देवी, गम्हरा मौजा कमिटी के अध्यक्ष लक्ष्मण यादव, कुम्हर गाडिया मौजा कमिटी के अध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा, दुर्गापुर मौजा कमिटी के अध्यक्ष हेमलाल सिंह, अमजो मौजा कमिटी के अध्यक्ष छत्रधारी सिंह, सहित कई किसान उपस्थित रहे। भाजपा नेता विनय सिंह नें यहां किसान मंच को 1000 रुपैया नकद राशि देकर आंदोलन में आर्थिक सहयोग किया।










