किसान मंच की ओर से मंगलवार को झंडा मैदान में एक किसान पंचायत की गई और पुलिस के रवैया पर विरोध दर्ज करवाया गया।बताया गया कि सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा के समक्ष दायर अपील के आलोक में रजिस्टर टू का अभिप्रमाणित प्रति नहीं दिए जाने के विरोध में विगत 22 फरवरी को समाहरणालय में धरना देने जा रहे तीन सौ किसानों में सिर्फ तीन किसान को ही मुफ्फसिल थाना कांड संख्या 48/2022 में अभियुक्त बनाए जाने से का विरोध दर्ज कराया जा रहा है।इस बाबत नाराज़ किसान मंच के सदस्यों ने थाना प्रभारी से उक्त मामले में सभी किसान का नाम जोड़ने की मांग की है।थाना जाने से पूर्व झंडा मैदान में यह किसान पंचायत लगाया गया। जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 300 आंदोलनरत किसानों के जगह सिर्फ एक समुदाय के तीन किसानों को नामजद अभियुक्त बनाकर प्रशासन ने किसानों के बीच फुट डालने का जो नीति अपनाई है उसे हर हाल में विफल करना है।बताया गया कि प्राथमिकी में सभी किसानों का नाम जोड़ने की मांग को लेकर 31 मई को जेल भरो अभियान कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि किसान मंच के जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह उक्त मामले में 27 मई को न्यायालय में आत्मसमर्पण करेंगे।इस किसान पंचायत में किसान मंच की उपाध्यक्ष ज्योति सोरेन, आर० टी० आई० कार्यकर्ता कुंजलाल साव, किसान मंच के गांडेय प्रखंड सचिव अख्तर खान,अमजो मौजा कमिटी अध्यक्ष छत्रधारी सिंह, उदयपुर मौजा कमिटी अध्यक्ष गोने टुडू, गोलगो अध्यक्ष दासो मुर्मू, दुर्गापुर अध्यक्ष हेमलाल सिंह, महुआर अध्यक्ष कुंजल कुम्हार, सहित कई किसान उपस्थित रहे।