गिरिडीह के बराकर में यात्रियों से भरी बाबा सम्राट बस शनिवार को नदी में पलट गई थी। जिससे 4 लोगों की मौत हो गयी और 20 लोग से ज्यादा घायल हो गए। गिरिडीह के मारवाड़ी श्मशान घाट में सबसे मार्मिक दृश्य देखने को मिला। यहाँ एक साथ सात लाशों का दाह संस्कार किया गया। बस हादसे में मृत बक्सीडीह रोड निवासी सन्तोष गुप्ता को मुखाग्नि उसकी बड़ी पुत्री ने दी। सभी लोगों की आँखें यह मंजर देख नम हो गयी। बता दें मृतक सन्तोष गुप्ता गिरिडीह के कृषि विभाग कार्यालय में संविदा पर कार्यरत थे। उन्हें चार बेटियां ही है। इसलिए उनकी बड़ी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। बता दें कि दाह संस्कार में बस हादसे में मृत बस का खलासी अनिल कुमार, पिता नंदलाल उम्र 32 वर्ष झारको हज़ारीबाग़, बस हादसे में मृत माणिक चंद्र साव, पिता स्व सीता राम साव, उम्र 32 वर्ष हुट्टी बाजार, बस हादसे में मृत सन्तोष गुप्ता पिता द्वारिका प्रसाद गुप्ता 42 वर्ष बक्सीडीह रोड , एवं अन्य चार लोग शामिल है। मारवाड़ी श्मसान घाट में सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी रहे मौजूद साथ ही उन्होंने हर यथासंभव सहायता करने का दिलाया विश्वास। उन्होंने कहा कि श्राद्ध कर्म पूरी होने के बाद बस हादसेमें मृतों के परिजन उनसे मिले वे सरकार की तरफ से मदद दिलाने कि पूरी कोशिश करेंगे।