लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को अरगाघाट समेत अन्य छठ घाटों में अर्पण किया गया।छठ पर शहर से लेकर गांव तक उत्साह बना हुआ था। विभिन्न छठ घाटों पर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पण किया गया। शहरी क्षेत्र के अरगाघाट छठ घाट, दीनदयाल छठ घाट, सिहोडीह छठ घाट, शिव शक्ति घाट, बरगंडा स्थित आमघाट, शास्त्री नगर स्थित अमित बरदियार छठ घाट पचंबा बुढ़वा आहरा आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान सूर्य देव को अर्घ्य अर्पण किया गया। चैती छठ को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। यह पर्व मंगलवार को ही नहाय खाय के साथ शुरू हुआ था। बुधवार को पूरी निष्ठा के साथ खरना विधान संपन्न हुआ। खरना का महा प्रसादी ग्रहण करने के बाद छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास भी शुरू हो गया था।पहले अर्घ्य पर पूरे विधि विधान के साथ डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया।बताया गया कि शुक्रवार की सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन होगा।










