बस स्टैंड में नगर निगम की ओर से टोल टैक्स में वसूली को लेकर सोमवार को बस ओनर और टोल ठेकेदार के बीच एक समझौता बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता बस ऑनर के विकास यादव व संतोष यादव कर रहे थे। इस दौरान बैठक में कोई खास निर्णय नहीं निकल सका। जानकारी के अनुसार बस स्टैंड नगर निगम के एनआईटी की ओर से 11 माह के लिए 35 लाख 93 हजार रुपेए में बंदोबस्त किया गया है। ऐसे में अब जमुआ, तीसरी, कोडरमा रूट में चलने वाली मिनी बस से 80 रुपया के तौर पर टोल की वसूली की जा रही है। ऐसे में बस एजेंट द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जा रहा है। बस एजेंट लोगों का कहना है कि नगर निगम मनमानी का काम कर रही है। लोगों ने कहा कि हम लोग पूर्व से ₹35 टोल टैक्स के रूप में देते हुए आ रहे हैं। हम लोगों द्वारा इसमें ₹5 वृद्धि दर ₹40 से अधिक टोल टैक्स के रूप में नहीं भर पाएंगे। बस एजेंट का कहना है कि शहर में टोटो और ऑटो की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण हम लोगों की पैसेंजर घट चुकी है। हम लोगों की बस 65 से 70 किलोमीटर की दूरी दिन भर में तय करती है। डीजल महंगा होने के कारण एक तो हम लोगों की कम बचत हो रही है। ऊपर से अधिक ₹80 टोल टैक्स के रूप में भरना पड़े तो यह एक प्रकार की लूट है। बताया गया कि टोल टैक्स के रूप में सीधे डबल बढ़ाए गए राशियों में कमी नहीं होती है तो 1 जून के बाद हम लोगों द्वारा चक्का जाम किया जाएगा। बस स्टैंड के संवेदक शदाब अंसारी ने कहा कि नगर निगम की ओर से राशि की बढ़ोतरी की गई है। हम लोगों को ₹80 टोल टैक्स के रूप में लेना है। जिसमें हम लोग कोई कटौती नहीं कर सकते। बस एजेंट का कहना है कि नगर निगम की ओर से लगातार टोल टैक्स में वसूली किया जाता है लेकिन बस स्टैंड के अंदर सुविधाओं की घोर कमी है। यहां लोगों के लिए न ही पीने के लिए शुद्ध पेयजल है और ना ही सफाई की कोई व्यवस्था। नगर निगम के हर क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कई कई जगह पर गंदगी का मात्रा इतनी फैली हुई है कि यात्री उसके बगल से गुजारने में कतराते हैं। इसके अलावे पानी के लिए उन्हें होटल का सहारा लेना पड़ता है। बस स्टैंड के अंदर लगाए गए अमृतधारा सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है। इसके साथ ही शाम के समय चोर और और उच्चक्कों द्वारा छिनतई घटना को भी अंजाम दिया जाता है। मौके पर प्रकाश सिंह, सहदेव यादव, दादू राय, मयंक राय, गुज्जर सिंह, विक्की सिंह, अजीत राय, मुस्ताक आलम, पवन यादव, विकास यादव,।संतोष यादव समेत काफ़ी संख्या में बस ओनर और एजेंट कर्मी मौजूद थे।