70,75 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि रामनवमी पर मकतपुर बजरंग सेवा समिति की झांकी नहीं निकल पाई। रविवार को अखाड़ा जुलूस के बीच तमाम रथ सड़क के किनारे खड़े रहे और समिति के लोग मायूस नजर आए। बताया गया कि झारखंड सरकार के फरमान की वजह से ऐसा हुआ है। इस बाबत मकतपुर बजरंग सेवा समिति से जुड़े दीपक शर्मा ने बताया कि करीब 70, 75 साल से यह परंपरा रही है कि हर बार रामनवमी पर मकतपुर बजरंग सेवा समिति की ओर से भव्य झांकी निकाली जाती है जो रामनवमी के आकर्षण का केंद्र रहती है। लेकिन इस बार झारखंड सरकार ने पहले अखाड़ा और झांकी के लिए 6:00 बजे शाम का वक्त निर्धारित किया था। लेकिन जब हिंदू संगठनों का आंदोलन हुआ तो ऐन मौके पर सरकार ने 10 बजे रात तक का समय तय किया। इसी वजह से लाइटिंग ट्रक आदि की बुकिंग समय पर नहीं हो सकी और बरसों पुरानी यह परंपरा को तोड़ते हुए इस बार झांकी नहीं निकाली जा सकती है।