भाजपा विधायक दल के नेता सह स्थानीय विधायक के पास लोगों ने गावां में पुलिस द्वारा बालू और गिट्टी की गाड़ियों से की जा रही अवैध वसूली की शिकायत की है। इसपर बाबूलाल ने कहा कि सिर्फ गावां ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में पुलिस वसूली में जुटी है। पुलिस अपने मुख्य लॉ एंड ऑडर मेंटेन करने और अपराधियों को पकड़ने जैसे मुख्य काम को छोड़ कर वसूली में ब्यस्त है। राज्य में अभी कहीं भी बगैर पैसे के कोई काम नहीं हो रहा है। ब्लॉक थाना सभी जगह पैसे लिया जा रहा है। इस राज्य में लीगल काम हो ही नहीं रही है। तभी तो बालू घाटों को निलाम नहीं किया गया, ताकि वसूली हो सके। मेरा तो आरोप साफ है कि सरकार का पूरा तंत्र ही वसूली में लगी है। कोई इसे झुठला नहीं सकता। कहा कि हेमंत सोरेन जब पहली बार 2012 में मुख्यमंत्री बने थे, तभी उन्होंने अपने मुंबई और दिल्ली के दोस्तो के लिए यहां बालू घाटों की निलामी शुरू की थी। तभी से झारखंड में बालू का मुद्दा बन गया है। अभी सरकार न तो बालू घाट की निलामी करती है और ना ही लोगों को घर बनाने के लिए बालू उठाने दे रही है। इससे पूरे राज्य में त्राहिमाम मचा हुआ है। कंस्ट्रक्शन का काम बंद है। लाखों मजूदरों को रोजगार नहीं मिल रहा है। बालू के कारण व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। वावजूद सरकार कोई निर्णय नहीं ले रही है।