गिरिडीह जिले के विभिन्न प्रखंडों में इन दिनों प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय सहित अन्य विभागों में कोई भी ऐसा कार्यालय नही बचा है जहां भ्रष्टाचार अपना पांव नहीं पसारा हो। चाहे अधिकारी हो या छोटे बड़े कर्मचारी हों सभी बेखौफ होकर जनता को खुले हाथों से लुट रहे हैं। अगर बात करें कि इन लोगों के खिलाफ कार्यवाही होने की तो साहब ये झारखंड है यहां मोटी रकम देकर लोग पद पर आते है और उन पैसों को निकालने के लिए जनता के मेहनत से कमाए गए पैसों को खून की तरह चूस जाते हैं। बीच में अगर मामला आता भी है तो लीपा पोती करने के लिए अपने ऊपर के अधिकारियों को चढ़ावा देकर बच जाते हैं।
खैर एक ऐसा ही मामला गिरिडीह जिले के तीसरी प्रखंड से आया है, जहां अंचल कार्यालय में लोगों को भूमि संबंधित समस्याओं से निजात दिलाने के लिए नियुक्त किए गए अंचल निरीक्षक गोपी नाथ साहब का पैसे लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है। और वीडियो वायरल होगा भी तो क्यों नहीं जब तीसरी प्रखंड व अंचल कार्यालय के कर्मी डंके की चोट पर लोगों से पैसे लूट रहे है। ये लोग इतने बेखौफ हैं कि इन्हे न तो मानवता का जरा भी खयाल है और ना तो अपने पदों के गरिमा का।
ये सरकारी मुलाजिम हैं साहब जो अपने अकड़ और पद के नशे में चूर है और लोगों से सीधा कह देते है की भाई पैसे हो तभी आना नही तो जन्मों क्यों न लग जाए, कितने ही चपल्ले क्यों न घिस जाए काम तो होने से रहेगा।
वैसे अगर तीसरी अंचल निरीक्षक गोपीनाथ की बात करें तो उन्होंने तो अपने कार्यों की मूल्य तालिका निर्धारित कर रखे है। और ऐसा हम नहीं तीसरी की जनता कहती है। उनका कहना है कि साहब हम लोग कितने भी चक्कर क्यों न काट ले ना तो अंचल कार्यालय के कर्मी बिना पैसे लिए काम करते है और नाही अंचल निरीक्षक। अगर उन्हें दाखिल खारिज करवाना होता है तो पांच हजार से पंद्रह हजार रुपए तक की उनसे वसूली की जाती है, वहीं अगर उन्हें रेकड़ बनवाना रहा तो दो सौ से पांच सौ रुपए का चढ़ावा चढ़ाना ही पड़ता है। इसके अलावा प्लॉट चढ़ाने के नाम पर प्रति एकड़ पांच हजार रुपए उन्हे देना ही पड़ता है। इतना ही नहीं इनकी राजसी ठाठ बाठ तो देखिए ये सप्ताह में मात्र दो से तीन दिन ही कार्यालय में अपनी दर्शन देंगे उसके बाद उनसे मिलने के लिए आपको चारों दिशा की परिक्रमा करनी होगी।
अब बात चाहे जितनी भी हो अंचल कार्यालय के अंचल निरीक्षक का पैसे लेते हुए वीडियो तो वायरल हो गया। बस अब देखना यह है कि विभाग व सरकार इन भारस्टाचारियों पर क्या कार्यवाही करती है।