गावां में स्थायी बीडीओ सीओ नहीं रहने के कारण यहां प्रतिनियुक्त सभी कर्मी बेलगाम हो गए हैं। हाल यह है कि प्रखंड व अंचल कार्यालय के अधिकांशत: कमर्चारी बगैर सूचना के कार्यालय से गायब रहते हैं। कर्मीयों के नहीं रहने के कारण कार्यालय का सारा काम ठप्प पड़ा हुआ है। लोगों को छोटे-मोटे कार्यों के लिए भी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। ग्रामीणों की शिकायत पर गुरूवार को बीस सुत्री कमिटी के अध्यक्ष अजय सिंह ने कमिटी के सदस्य सोनु कुमार व मरगुब आलम के साथ प्रखंड व अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया, तो अधिकांश कार्यालयों में ताला लटका मिला। वहीं कई कर्मी बगैर सूचना के गायब थे।
मनरेगा, अंचल सीआई, सीडीपीओ, बीएओ आदि कार्यालयों में ताला लटका था। वहीं अंचल कार्यालय में के भी कई लोग बगैर सूचना के गायब थे। मनरेगा लेखापाल कृष्णकांत, एई निखिल मंडल समेत कई कर्मी बगैर छुट्टी के ही कार्यालय से गायब थे। बीस सुत्री अध्यक्ष ने प्रखंड कार्यालय में मौजूद प्रधान सहायक अरविंद कुमार से जब मनरेगा कर्मियों के गायब रहने पर सवाल किया तो, प्रधान सहायक ने अध्यक्ष के सामने ही मनरेगा लेखापाल कृष्णकांत को कॉल कर कार्यालय नहीं आने का कारण जानना चाहा, तो लेखापाल ने कहा कि मैं कार्यालय आउं या ना आउं आप कौन होते हैं पुछने वाले। इस बात पर बीस सुत्री अध्यक्ष अजय सिंह भड़क गए और दुरभाष पर ही लेखापाल को जमकर फटकार लगाई।
अंचल व प्रखंड कार्यालय के निरीक्षण के उपरांत बीस सुत्री अध्यक्ष अजय सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि गावां प्रखंड सह अंचल कार्यालय का सारा सिस्टम बिगड़ गया है। यहां प्रतिनियुक्त कर्मियो की मनमानी चरम पर है। बीडीओ सीओ के नहीं रहने के कारण भी इनलोगों की मनमानी बढ़ी है। कई कार्यालय में ताला लटका हुआ मिला। मनरेगा कार्यालय पुरी तरह बेलगाम हो गया है। मनरेगा प्रखंड कार्यालय का ही एक विंग है। वावजूद मनरेगा के कर्मियों की उपस्थिति पंजी प्रधान सहायक के पास नहीं रहती है। लेखापाल कृष्णकांत बगैर छुट्टी के गावां से गायब हैं और अपने कार्यालय को सूचना दिए बिहार अपने गांव भाग गए। बीस सुत्री अध्यक्ष ने कहा कि प्रखंड सह अंचल कार्यालय के बेलगाम कर्मीयों की शिकायत डीसी से की जाएगी। अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो बीस सुत्री कमिटी कड़ा एक्सन लेगी।