गांडेय प्रखंड के अहिल्यापुर गाँव में रविवार रात 9 बजे तक रामनवमी के जुलूस में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली।मालूम हो कि अहिल्यापुर गांव में सदियों से गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल रहा है। रामनवमी के त्योहार के मौक़े पर एक बार फ़िर हिंदू -मुस्लिम क़ौमी एकता का मिसाल देखने को मिला।
रविवार को रामनवमी की अखाड़ा जुलूस शिव मन्दिर मैन चौक से शुरु हुआ। जहां मुस्लिम भाईयों का दुकानें है,जिसमें मुस्लिम समुदाय के गौबर शेख, मो. इदरीश शेख,मो. सनाऊल, मो. शहजाद शेख,मो. ताज हुसैन,मुन्ना शेख वा लालू शेख ने अपने हिन्दू भाई दोस्तों के साथ ख़ूब लाठिया भांजी वहीं डंका भी ख़ूब बजाया. वहीं समाजसेवी कृष्णनंदन अग्रवाल की पोती लोग ने जबरदस्त लाठी खेलकर नारी शक्ति का नमूना पेश किया. इस दौरान जुलूस में पंचायत मुखिया प्रतिनिधि पिंटू हाजरा, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अरूण हाजरा,समाजसेवी कृष्णनंदन अग्रवाल,हुसैन शेख, अखाड़ा कमिटी के अध्यक्ष सुदेश्वर राणा,अभिमन्यु सिंह,शंकर सिंह, पंचायत समिति सदस्य मोहन हाजरा, सरयू रवानी, कार्तिक रवानी, सुजीत मोदी, सुखलाल दास,चंदन मोदी, पंकज मोदीजागी राय, भोली राय, बालमुकुंद तुरी, पप्पू साव,प्रभात मोदी,बासुदेव तुरी, सहदेव साव, पांचू साव, छोटन मोदी,विक्रम सिंह, चिंटू सिंह, पप्पू सिंह,गणपत मोदी,सतीश रवानी,मथुरा स्वर्णकार,नरेश गुप्ता आदि सहित गांव के अन्य कई बुद्धिजीवी जन उपस्थित थें।
बता दें कि अहिल्यापुर गांव के लिए यह कोई नया बात नहीं है, यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा है। इस गांव के हिन्दू भाई लोग भी मुस्लिम भाई के त्यौहार मुहर्रम में एक दूसरे के साथ मिलकर खूब लाठिया भांजा करते थें, और ताजिया को भी पूरी श्रद्धाभाव के साथ कंधा दिया करते थें, हालांकि यहां से बाघाडीह जानें के बाद एक दो साल मुहर्रम का त्योहार अहिल्यापुर में मनाया गया। और बाद में ताजिया उठाना यहां के मुस्लिम भाई लोग किसी कारणवश छोड़ दिए। दुर्गापूजा, छठ,दीपावली,होली या फ़िर कोई अन्य पर्व हो बड़े ही उत्सव के साथ हिन्दू भाईयों के साथ मिलजुलकर यहां के मुस्लिम बच्चें मनाया करते हैं। इतना ही नहीं पूर्व के दिनों में जब दुर्गा पुजा के अवसर पर गांव में समाजिक नाटक खेला जाता था, उस वक्त भी मुस्लिम भाईयों का भागीदारी हुआ करता था। इतना ही नहीं शादी विवाह आदि कार्यक्रमों में भी एक दूसरे के यहां खान पान होता है, जो आज भी बरकरार बनी हुई है। यह अहिल्यापुर गांव की पहचान हैं।