गिरिडीह प्रखंड के बेदरंगो पंचायत में 50% लोग धर्म परिवर्तन कर चुके हैं।बुधवार को इस पंचायत का जायजा लिया गया तो कई चौकाने वाले मामले सामने आए।बताया गया कि यहां लगभग एक हजार जनसंख्या में आदिवासी रहते हैं। आज से 15 वर्ष पहले ये सभी आदिवासी सरना धर्म को मानते थे। लेकिन पिछले 15 वर्षों में 50% से अधिक आदिवासी क्रिश्चियन बन चुके हैं। और जो 50% बचे हैं वे भी अब धर्म परिवर्तन करने के कगार पर हैं। क्योंकि इन लोगों का मानना है कि ईसाई धर्म मानने से इनके दुख समस्या सभी दूर हो जाते हैं। अगर तबीयत खराब होती है या तो फिर एक्सीडेंट होता है तो प्रभु यीशु की कृपा से ये लोग ठीक होते हैं। और इस प्रकार ये भोले भाले आदिवासी लोग आसानी से अपने सरना धर्म छोड़कर क्रिश्चियनिटी को अपना रहे हैं। और इस प्रकार क्रिश्चियन का विस्तारीकरण लगातार बढ़ रहा है जो समाज के लिए चिंता का विषय है। बताया जाता है कि मिशनरीज के द्वारा भोले-भाले आदिवासियों को बीमारी को ठीक करने के नाम पर तो कभी फाइनेंसियल मदद देकर अपने इस क्रिश्चियनिटी के विस्तारीकरण के तरफ से जोड़ रहे हैं।