गिरिडीह: सऊदी अरब से मेहनत की कमाई लेकर घर लौटा इस्लाम अंसारी जब पत्नी से मिलने की खुशी में घर की दहलीज पर कदम रख रहा था, तब उसे यह अंदाज़ा नहीं था कि उसकी जिंदगी एक ऐसी खौफनाक मोड़ पर पहुंचने वाली है, जहां अपनों से ही उसकी जान को खतरा होगा। पत्नी सोनिया ने अपने प्रेमी सब्बीर अंसारी के साथ मिलकर इस्लाम को रास्ते से हटाने की पूरी साजिश रची थी। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा गिरिडीह पुलिस ने महज 24 घंटे में कर डाला है।
हमले की सूचना और त्वरित कार्रवाई
घटना 9 जून की रात की है, जब कोल्हा गोलगो गांव में कुछ अज्ञात हमलावरों ने इस्लाम पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके पास से पैसे भी लूट लिए गए। सूचना मिलते ही बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव हरकत में आए और वरीय अधिकारियों को सूचित किया। गिरिडीह एसपी डॉ. बिमल कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ धनंजय राम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने तकनीकी और मानवीय संसाधनों के सहारे घटना की तह तक पहुंच बनाई।
पत्नी और प्रेमी की करतूत आई सामने
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि इस्लाम की पत्नी सोनिया का गांव के ही सब्बीर अंसारी से प्रेम संबंध था। सऊदी से पति की वापसी के बाद दोनों ने मिलकर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के अनुसार, 9 जून की सुबह सोनिया ने सीने में दर्द का बहाना बनाकर इस्लाम को धनबाद इलाज के लिए ले गई। इलाज के बाद लौटते वक्त सोनिया लगातार अपने प्रेमी से संपर्क में रही और उसे लोकेशन देती रही।
सुनसान रास्ता और हमला
डुमरी पहुंचते-पहुंचते रात हो चुकी थी, लेकिन योजना के मुताबिक सोनिया ने इस्लाम को एक सुनसान रास्ते पर मोड़ने को राजी कर लिया। कोल्हा गोलगो गांव के पास सोनिया ने शौच जाने का बहाना बनाया और प्रेमी को बुला लिया। गमछा से चेहरा ढंके सब्बीर ने इस्लाम पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन राहगीरों की आहट सुन वह फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल इस्लाम को इलाज के लिए ले जाया गया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस की छानबीन में न सिर्फ साजिश का पर्दाफाश हुआ, बल्कि सोनिया और सब्बीर को गिरफ्तार भी कर लिया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से हमला में प्रयुक्त धारदार हथियार, खून से सना पाइप, वारदात के वक्त पहने गए कपड़े, मोबाइल और लूटे गए 3100 रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
टीम का सराहनीय योगदान
इस जघन्य अपराध का खुलासा करने में एसडीपीओ धनंजय राम के नेतृत्व में इंस्पेक्टर ज्ञान रंजन, बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव, सब इंस्पेक्टर अनुषेक कुमार, अंजन कुमार, जय प्रकाश कुमार और तकनीकी शाखा के सदस्यों की सराहनीय भूमिका रही। गिरिडीह पुलिस की सक्रियता और तेज़ कार्रवाई से एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई और पीड़ित को न्याय दिलाने का रास्ता खुल गया।
यह मामला न सिर्फ एक आपराधिक घटना है, बल्कि यह समाज के उस कड़वे सच को भी उजागर करता है, जहां प्रेम में अंधी बेवफाई रिश्तों की हत्या तक पहुंच जाती है।