झारखंड में हेमंत सरकार के आने से नई-नई योजनाएं भी साथ में आई है । उन्होंने नए पुराने सभी योजनाओं पर जोर देने का प्रयास भी किया है। इन्हीं योजनाओं में से एक योजना , सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना । जिस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जोर देना शुरू कर दिया है।
हेमंत सोरेन सरकार इस साल 9 लाख छात्राओं को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ेगी। इस योजना के तहत छात्राओं को पांच बार में 40000 रुपये तक आर्थिक सहायता मिलती है। यह सहायता छात्राओं कक्षा आठ से 12वीं कक्षा तक में पहुंचने तक मिलती रहती है। इस योजना से छात्राओं के ड्रॉपआउट में बेहद कमी आई है।
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना समाज कल्याण विभाग की एक आदर्श योजना के रूप में देखी जा रही है। इस योजना से 9 लाख किशोरियों को जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। फिलहाल लगभग 8 लाख छात्राओं को इसका लाभ मिल रहा है। इस योजना के
तहत कुल 5 बार में 40,000 रुपए तक आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जा रही है। यह सहायता वर्ग 8वीं से शुरू हो कर 12वीं में पहुंचने तक मिलती रहती है।
इस योजना पर जोर हेमंत सोरेन ने ये देखते हुए दिया की 8वीं से 12वीं किशोरियों को पढ़ाई करने के लिए कई छोटी-छोटी ज़रूरतें होती हैं, उन जरूरत को पूरा करने के उद्देश्य से यह योजना लायी गई है। अपने खाते में आए इस सरकारी सहायता का लाभ छात्राएं अच्छी तरह से उठा सकती हैं। पढ़ाई की छोटी-मोटी जरूरत खाते में आये पैसे से पूरी हो जाती है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यह सहायता सरकार द्वारा स्कूलों को दिए जा रहे सहायता के अतिरिक्त है।