विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर सोमवार को सदर अस्पताल सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बताया गया कि इस बार मलेरिया रोग के बोझ को कम करने एवं जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग के उद्देश्य को मानकर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सिविल सर्जन शिव प्रसाद मिश्रा व अन्य चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य चिकित्सक कर्मियों द्वारा मलेरिया को समाप्त करने, साफ-सफाई रखने तथा मलेरिया होने पर पूर्ण उपचार करवाने का शपथ लिया गया। इस बाबत सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि मलेरिया से बचाव का पहला उपाय हमें साफ सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है। सही ढंग से साफ सफाई नहीं होने के कारण हम सभी मलेरिया जैसे रोगों के शिकार बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें मलेरिया जैसी बीमारी से बचने की जरूरत है ऐसे में सावधानियां काफी मायने रखती है। कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी गई कि गिरिडीह जिला में मलेरिया प्रभावित जिला अंतर्गत आता है।लेकिन 2021 से मलेरिया में काफी कमी देखने को मिला है। मलेरिया वार्षिक सूचनाक में प्रतिवर्ष कमी आ रही है। मलेरिया के रोगी की संख्या में जिससे 5 वर्षों में 95% की कमी आई है। जिले में लगभग 2000 गांवों में मलेरिया से बचाव को लेकर कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का वितरण किया गया। इसके अलावा आरडीके के के द्वारा त्वरित जांच किया जाता आ रहा है।इसके अलावा लगातार डीडीटी का छिड़काव कराया जाता है। कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह जिला अंतर्गत मलेरिया में अच्छे कार्य करने वाले कर्मी को सम्मानित भी किया गया। जानकारी दी गई कि विश्व मलेरिया दिवस प्रत्येक वर्ष आज ही के दिन 25 अप्रैल को मनाया जाता है इस वर्ष जिला में प्रत्येक प्रखंड स्तर पर कार्यशाला व शपथ ग्रहण समारोह एवं विद्यालय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करते हुए मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह जिला को प्रत्येक गांव से मलेरिया मुक्त बनाने के लिए जागरूक करने के लिए कई टिप्स बताएं गए। मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सिद्धार्थ सान्याल डॉक्टर सत्यवती हेंब्रम डॉक्टर कमलेश प्रसाद डॉ मुकेश कुमार डॉक्टर कालिदास मुर्मू ANM प्रशिक्षक स्कूल की प्राचार्य एवं प्रशिक्षण ANM स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे










