रिपोर्ट – आनन्द बरनवाल
तिसरी/गिरिडीह
इन दिनों तिसरी प्रखंड के होटल,
ईंट भट्ठा व जेनरल स्टोर सहित कई संस्थानों में बच्चे से काम धड़ल्ले से कराया जा रहा है और सबंधित विभाग मूकदर्शक बने हुए है।सिंघो पंचायत के ककनी में सरकारी योजना गार्डवाल निर्माण में भी बाल मजदूरी करने का मामला सामने आया है।बता दे कि
बाल मजदूरी पर रोक लगाने हेतु तिसरी प्रखंड में
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन ,सवेरा फाउंडेशन सहित विभिन्न संस्थायें कई वर्षो से काम कर रही है ।बाल मजदूरी नही कराये इसके लिये जोर शोर से प्रचार प्रसार की जाती है इसके बाद भी नाबालिक बच्चे एवं बच्चियां का शोषण बदस्तूर जारी है । ऐसा ही एक मामला देखने मिला है तिसरी प्रखंड अंतर्गत सिंघो पंचायत के ककनी गांव में विधायक कोटा द्वारा दो लाख पचास हजार रुपए के लागत से गार्डवाल निर्माण चयनित स्थल के पास नाबालिक अनिल हेम्ब्रोम स मजदूरी कराया जा रहा था।बताया गया कि उक्त बाल मजदूर का उम्र लगभग 14 वर्ष है। अनिल हेंब्रम लोकाई पंचायत बर्दोनी के निवासी है।डफला और कुदाल के सहयोग से गार्डवाल में पत्थर जुडाई हेतु मसाला बना रहा था । अनिल हेंब्रम ने बताया वह बर्दौनी सरकारी विद्यालय चौथा वर्ग में पढ़ाई करने के उपरांत पढ़ाई छोड़ दिया है । पेटी ठिकेदार से पूछने पर कहा बच्चा है तो क्या हुआ उसका भी पेट है काम कर रहा है मजदूरी भी मिलेगा ।
संबंध में एनआरईपी गिरिडीह के जूनियर इंजीनियर दशरथ यादव ने बताया विधायक बाबूलाल मरांडी द्वारा मंदिर के समीप सीढ़ीनुमा गार्डवाल निर्माण लिखे थे । बाद में उसी योजना का स्थल परिवर्तन विधायक जी द्वारा ही किया गया है । उसी स्थल में आम वृक्ष के पास आलू खेत में काम कराया जा रहा है ।
उन्होंने कहा बाल मजदूर से काम नही कराया जा रहा है । जो बच्चा काम में लगा था वह अपने गांव के मजदूर के साथ आया था । जब योजना के बोर्ड के बारे पूछा गया तो जेई दसरथ यादव ने कहा योजना पूर्ण होने के बाद बोर्ड लगाया जाएगा।