गावां प्रखंड स्थित सेरूआ में आयोजित सतचंडी महायज्ञ के अंतिम दिन कथा प्रवचन सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यज्ञ में प्रतिदिन गंगाधर शास्त्री व पंडित राम रत्न पांडेय के द्वारा प्रवचन प्रस्तुत किया जा रहा है साथ ही साथ मनमोहक झाकियों का भी आयोजन किया जा रहा है।
यज्ञ में प्रवचन प्रस्तुत करते हुए गंगाधर शास्त्री ने कहा कि यदि हमें इस भवसागर से पार उतरना है तो राम के नाम को दृढ़ता से अपने जीवन का आधार बना लेना होगा।कलियुग में राम का नाम कल्पतरू व कल्याण का निवास है। कहा कि जीवन में संतोष होना जरूरी है। संतोषरूपी धन के आगे सभी प्रकार के धन व्यर्थ हैं। हमें अच्छे दिनों में भी इश्वर को भुलना नहीं चाहिए।
पूजन हवन के बाद विशाल भंडारा का भी आयोजन किया गया।
मौके पर अध्यक्ष कैलाश यादव, सचिव रामेदव यादव, कोषाध्यक्ष लखन मिस्त्री, भोला मिस्त्री, जितेंद्र यादव, सदानन्द यादव, द्वारिका यादव, पिंटू यादव, बंधु रविदास, अयोध्या यादव, अशोक यादव, आनन्दी यादव, गणेश यादव, अरुण मिस्त्री, वीरेंद्र यादव, लखन यादव, पवन यादव समेत सेरुआ के समस्त सेरुआ वासी उपस्थित थे।