
रिपोर्ट – आनन्द बरनवाल
प्लेस – तिसरी, गिरिडीह
बालमित्र ग्राम मोटरसाइकिल यात्रा सह जन चौपाल का आयोजन
प्रमुख,प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, गोविंद खनाल एवं ग्राम प्रधानों ने यात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
तिसरी , 21 सितंबर ! बच्चों का स्कूलों में नामांकन व गरीब तथा सामाजिक -आर्थिक रूप से हासिये पर रह रहे लोगो व उनके बच्चों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने हेतु जनजागृति के उद्देश्य से आज “बाल मित्र ग्राम ” पदयात्रा का आयोजन किया गया।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (KSCF) के तत्वावधान में आयोजित मोटरसाइकिल यात्रा तिसरी प्रखंड मुख्यालय से शुरू होकर पलमरुआ,लोकाय,नयनपुर,
सेवाटांड से होते हुए नारोटांड जाकर जन चौपाल में तब्दील हुआ।
यात्रा का नेतृत्व बाल पंचायत के बच्चों ने किया । यात्रा में आधा दर्जन ग्राम पंचायतों के मुखिया ,आंगनवाड़ी सेविकाओं, डीलर ,सामाजिक कार्यकर्ता,दोनों जिला परिषद सदस्य,दर्जनों गांवों के शिक्षक आदि प्रमुख लोग शामिल हुए ।
पदयात्रा के दौरान बच्चे हाँथ में प्लेकार्ड लेकर बुलन्द आवाज़ में
“बच्चों से काम कराओगे !
सीधे जेल जाओगे !!
हर बच्चे का है अधिकार !
रोटी खेल पढाई प्यार !!
कैलाश सत्यार्थी जी का सपना
बने बाल मित्र समाज अपना !!
आदि नारे लगा रहे थे।
जन चौपाल को संबोधित करते हुए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के वरिष्ठ बाल अधिकार कार्यकर्ता गोविंद खनाल ने सबसे पहले तो सभी बच्चों एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए बताया कि
” संयुक्त राष्ट्र संघ ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के संस्थापक एवं नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आदरणीय श्री कैलाश सत्यार्थी जी को सतत विकास लक्ष्य (SDG} एडोकेट बनाया है।SDG एडोकेट के रुप में श्री सत्यार्थी संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्यों को 2030 तक हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
श्री गोविंद खनाल ने कहा कि “यह दुनियां भर के बच्चों एवं भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो कि गौरव का विषय है।
बाल दासता एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने ,बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अधिकारों के लिए वैश्विक आंदोलनो में श्री सत्यार्थी की अग्रणी भूमिका है। उन्होंने ऐसे दुनियां के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है जहां हर बच्चे को स्वतंत्र, स्वस्थ्य, शिक्षित और सुरक्षित जीवन जीने का अधिकार हासिल हो सके। “
यह खबर सुनते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई,लोगों ने एक दूसरे को बधाईयां दी है।
इसके साथ ही, गोविंद खनाल ने ” बाल मित्र ग्राम यात्रा” के उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला।
डायना अवार्ड विजेता नीरज कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि “हम बाल पंचायत के बच्चे प्रखण्ड के सभी गांवों में इस जन अभियान को तेज करते हुए शत प्रतिशत स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित करवाएंगे जिससे कोई भी बच्चा बाल मजदूरी,बाल विवाह एवं बाल व्यापार की चंगुल में न फसें।”
सहायक परियोजना पदाधिकारी सुरेन्द्र पंडित ने बताया कि इस अभियान का प्रथम चरण 21 सितम्बर को समाप्त हो रहा है।
कार्यक्रम को जिला परिषद सदस्य मुखिया प्रतिनिधि , मुखिया , मुखिया , मुखिया प्रतिनिधि , मुखिया प्रतिनिधि , शिक्षक ने भी संबोधित किया।