जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह के द्वारा सोमवार को सदर अस्पताल के ट्रेनिंग हॉल में विधिक साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित
इस कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह की ओर से रिटेनर-सह- रिमांड-सह-विजिटिंग अधिवक्ता अंजनी कुमार सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किए।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इन्होंने कहा की आज के इस भागदौड़ भरे जीवन में लोग मानसिक तनाव में रहते हैं, जिस कारण धीरे-धीरे लोग मानसिक विकारों से ग्रसित हो जाते हैं। मानसिक रोगियों के लिए नालसा, नई दिल्ली एवं झालसा, रांची के द्वारा कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें मनोरोगियों को विधिक सहायता प्रदान किया जाता है साथ ही साथ उनकी उचित चिकित्सा एवं देखभाल के लिए अस्पताल में निःशुल्क इलाज करवाने की व्यवस्था है। उन्होंने आम लोगों को कहा कि मानसिक रोग को भी आम बीमारी की तरह ही देखना चाहिए क्योंकि आज के इस तनाव भरे माहौल में यह किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। यदि इसका ईलाज सही समय पर अच्छे मनोरोग विशेषज्ञों से हो जाए तो व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो करके अपने आम जीवन को जी सकता है।
कार्यक्रम को सदर अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉक्टर फजल ने भी संबोधित करते हुए मनो विकारों से संबंधित विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं एवं उनके चिकित्सीय निदान के ऊपर विस्तार पूर्वक लोगों को बतलाया एवं जागरूक किया।
इस कार्यक्रम में डॉक्टर कालिदास मुर्मू ,डॉक्टर एपीएन देव, रणधीर कुमार, मुकेश कुमार, कुमार देव,अधिवक्ता वासुदेव दास सहित सदर अस्पताल के चिकित्सकगण, चिकित्सा कर्मीगण एवं पारा लीगल वालंटियर्स दिलीप कुमार, शालिनी प्रिया, कामेश्वर कुमार, रंजना सिन्हा, सुनील कुमार, जीलानी बानो उपस्थित थे।












