बक्सीडीह रोड स्थित सीआरपीएफ 7th बटालियन कैंप में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित कर आदिवासी युवाओं को दूसरे राज्य भ्रमण पर भेजा गया।बताया गया कि आदिवासी युवाओं को उनकी समृद्ध परंपरा व सांस्कृतिक विरासत के प्रति जन जागरूकता और अन्य राज्यों की परंपरा को जानने -समझने के लिए नेहरू युवा केंद्र गिरिडीह और सीआरपीएफ 7वीं बटालियन के संयुक्त तत्वावधान में भारत सरकार द्वारा संचालित 13वीं जनजाति युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत जिले के 50 युवक युवतीयों को हरियाणा के गुरुग्राम के लिए रवाना किया गया।
7वीं बटालियन सीआरपीएफ और नेहरु युवा केन्द्र संगठन गिरिडीह द्वारा आयोजित जनजातीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत गुरुग्राम जाने वाली टीम को सीआरपीएफ 7वीं बटालियन के कमांडेट भारत भूषण जखमोला और नेहरू युवा केन्द्र के नय्यर प्रवेज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बताया गया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विकास गतिविधियों, कौशल विकास, शैक्षिक और रोजगार के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश के विभिन्न राज्यों में हुई तकनीकी और औद्योगिक उन्नति को आदिवासी युवाओं के समक्ष उजागर करना है। साथ ही,आदिवासी युवाओं को उनकी समृद्ध पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूक करना और उन्हें आने वाली पीढ़ी के लिए इसे संरक्षित करने में सक्षम बनाना है।
आदिवासी युवाओं को देश के दूसरे हिस्से में रहने वाले अपने सहकर्मी समूहों के साथ भावनात्मक संबंध विकसित करने तथा उनके आत्म सम्मान को बढ़ावा देने में सहायता प्रदान करना भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य है।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से 2006 से अब तक नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा 12 जन जातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं।
मौके पर सीआरपीएफ कमांडेंट बीबी जखमोला, नेहरू युवा केन्द्र के अकाउंटेंट नय्यर प्रवेज, निशा कुमारी, राहुल सिन्हा समेत सभी प्रतिभागी और सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहे।










