तिसरी प्रखण्ड में संचालित प्रधान मंत्री आवास योजना में भारी गड़बड़झाला उजागर हुआ है। इस योजना में घूसखोरी और बिचौलियावाद हावी है। यहां गरीबों की बजाय अमीरजादों को पैसा लेकर प्रधान मंत्री आवास दिया जा गया है। जबकि गरीबों का सेक डाटा में नाम रहने और सारा अहर्ता पूरा करने के बावजूद भी पीएम आवास नही दिया गया है। यह मामला तिसरी प्रखण्ड के भंडारी और बेलवाना आदि पंचायतों में उजागर हुआ है। उक्त पंचायतों में आवास विहीन गरीब मजलुमो की बजाय दो तल्ला मकान वाले अमीरजादों को पीएम आवास दिया गया है। बेलवाना पंचायत में लाखों का व्यवसाय करने और दो तल्ला मकान वाले अमीरजादों को प्रधान मंत्री आवास दिया गया। वहीं भंडारी पंचायत के कठाराटांड़ में गरीबों के कोटे वाले पीएम आवास को दो तल्ला मकान वाले को दे दिया गया है। कमोबेश सिंघो और थानसिंहडीह में भी ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। गांव वालों का आरोप है कि पंचयत सेवक द्वारा पीएम आवास देने के नाम पर पैसा का डिमांड किया गया था। नही देने पर उनलोगों कोटे का आया पीएम आवास को मुद्रामोचन करके अमीरजादों को दे दिया गया है। भंडारी पंचायत के कठाराटांड़ की सुनीता देवी और प्रमिला देवी व शांति देवी ने कहा कि उनके नाम से प्रधान मंत्री आवास पास हुआ था। लेकिन तत्कालीन पंचायत सेवक ने पैसे का डिमांड किया था। गरीब होने के कारण पैसा नही दे पाए जिसके कारण हमलोगों के लिए पास हुआ पीएम आवास को दो तल्ला मकान वाले को दे दिया गया है। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। इस मामले को लेकर जब पंचायत सेवक को कॉल किया जाता है तो कॉल का कोई जवाब नहीं दिया जाता है