गावां में विगत चार दिनों से पेयजलापूर्ति बाधित रहने से लोगों के समक्ष पेयजल का संकट उतपन्न हो गई है। बता दें की लगभग सात करोड़ की लागत से गावां में ग्रामीण पेयजलापूर्ति के लिए जलमीनार बनवा कर प्रखंड के गावां, अमतरों, माल्डा, पटना, नगवां में पेयजल आपूर्ति विगत पांच वर्षों से हो रही है। परंतु विभाग में जलमीनार के रखरखाव के लिए कोई मुकमल व्यवस्था नही होने के कारण सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ यहां के लोगों को नही मिल रहा है । अक्सर कोई न कोई कारण से गावां में पेयजलापूर्ति बाधित ही रहती है। फ़िलहाल चार दिनों से गावां में पेयजल की आपूर्ति नही हो रही है। पूछे जाने पर पीएचडी में उपस्थित मुंशी के द्वारा बताया गया कि स्टार्टर खराब हो गया है। जिसकी कीमत लगभग 22 हजार रुपया है। विभाग के द्वारा जैसे ही स्टार्टर उपलब्ध कराया जाएगा पुनः पानी सुचारू रूप से मिलने लगेगा। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के द्वारा प्रत्येक माह में किसी न किसी प्रॉब्लम की वजह से दो चार दिन पेयजलापूर्ति बन्द ही रहता है। साथ ही कहा कि गावां में पीएचडी द्वारा स्थापित टँकी शोभा की वस्तु बनकर रह गई है । कभी भी लोगों को नियमित रूप से पानी नही मिल पाता है। जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। पीएचडी जेई जेहिन्द्र भगत ने बताया कि मोटर का स्टार्टर खराब हो गया था आज बना कर गावां पीएचडी कार्यालय भेज दिया गया है। जल्द ही पेयजलापूर्ति चालू कर दिया जाएगा।