अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम के तमाम कर्मचारी व मजदूर सोमवार से निगम परिसर में तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर बैठ गए। हड़ताल का नेतृत्व राष्ट्रीय संगठन सचिव अशोक सिंह कर रहे है। बताया गया कि आज से शुरू हुई हड़ताल 13 जुलाई तक जारी रहेगा। इस दौरान सभी कर्मचारी एवं मजदूर अपनी मांगों के समर्थन में नारा लगा रहे थे। मुख्य मांगों को लेकर बताया गया कि वर्षों से कार्यरत अनुबंध कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मी की सेवा सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नियमित किया जाए, सरकार द्वारा दी जाने वाली स्थापना मद से 70% प्रथा को बरकरार रखी जाए और शून्य करने की नीति को रद्द किया जाए, निकाय कर्मियों को सरकारी नियमानुसार 100% पेंशन की व्यवस्था किया जाए, निकाय कर्मियों को 20 लाख रुपए बीमा कराई जाए, तमाम निकाय में कार्य कर रहे एनजीओ को समाप्त करते हुए उसके कार्यरत कर्मियों को निकाय में समायोजित किया जाए साथ ही जब तक दैनिक वेतन भोगी अनुबंध कर्मी का सेवा नियमित नहीं होता है तब तक नई नियुक्ति निकाय के अंदर नहीं किया जाए आदि मांगे शामिल है। हड़ताल को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन सचिव ने कहा कि निकाय के अंदर दिन के उजाले में भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। एनजीओ के साथ मिलकर निगम से संबंधित पदाधिकारी पैसों का बंटवारा करते हैं। पहले 10 लाख कमीशन 1 साल में लिया जाता था। अब तो 3% टैक्स में बढ़ोतरी हुई है। इससे स्वभाविक है कि 10 लाख कमीशन अब तीस लाख हो जायेगा। हमारी इन तमाम मांगो को सरकार ने बार-बार दाखिला दिया। लेकिन अभी तक लागू नहीं किया गया। इसीलिए हम सभी निकाय कर्मी अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं और अपनी अधिकार को लेकर ही रहेंगे। यदि फिर भी हमारी मांगों को पूरा नहीं की जाती है तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। मौके पर लखन हरिजन साबिर अंसारी रामकुमार सिन्हा लखन शर्मा केदार हरिजन मृत्युंजय कुमार सिंह शंभू कुमार सिंह समेत कई निकाय कर्मचारी व मजदूर उपस्थित शामिल हैं।












