तीसरी प्रखंड के बेलवाना पंचायत अंतर्गत कर्माटांड़ गांव में 15वी वित से सार्वजनिक तालाब घाट का निर्माण कराया जा रहा था। निर्माण कार्य में नाबालिक श्रमिकों की सूचना मिलने के बाद तीसरी चाइल्ड लाइन की टीम पहुंची और कार्य को रुकवाते हुए नाबालिकों द्वारा कार्य किए जाने पर आपत्ति जताई।
इस संबंध में विशेष जानकारी देते हुए सवेरा फाउंडेशन के कार्यकर्ता ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि एक नाबालिक बच्ची व एक अन्य नाबालिक बच्चे द्वारा कर्माटांड़ गांव में तालाब घाट का निर्माण कार्य में मजदूरी किया जा रहा है। जिसके बाद वे स्थल पहुंचे जहां एक बच्ची ने बताया कि वह कक्षा चौथी की छात्रा है और उसे संवेदक अब्दुल सत्तार द्वारा 200रुपए की मजदूरी राशि दिया जा रहा है
इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल गलत बात है कि बच्चों को पढ़ाई से हटाकर मजदूरी करवाया जा रहा है। इसके लिए चाइल्डलाइन की टीम लगातार सभी को जागरूक करते आ रही है कि बच्चों से बाल मजदूरी नहीं करवाया जाए।
वहीं दोषियों के संबंध में उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो भी संवेदक या ठेकेदार बच्चों से बाल मजदूरी करवाते हैं वे सबसे ज्यादा इसमें दोषी हैं।
मौके पर सवेरा फाउंडेशन के अमर पाठक, रंजन कुमार, अनंत टुडु के अलावा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के भी इंकज कुमार व जीवधर पंडित मौजूद थे।