प्रखंड कार्यालय गांडेय स्थित सभागार में सोमवार को मनरेगा योजनाओं का प्रखंड स्तरीय सामाजिक अंकेक्षण सह जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन होना सुनिश्चित किया गया था। जिसमें गिरिडीह मनरेगा लोकपाल आयुक्त तमन्ना परवीन, डिस्ट्रिक्ट रिसॉर्स पर्सन बैजनाथ प्रसाद वर्मा, राज्य स्रोत प्रतिनिधि कुलदीप मिश्रा, प्रखंड प्रमुख राज कुमार पाठक, उपप्रमुख किशोर मुर्मू, जिप सदस्य हेंगामूनी मुर्मू, बीपीओ रागिब हसन सहित संबंधित पंचायत रोजगार सेवक के अलावे सामाजिक अंकेक्षण टीम के सदस्य उपस्थित थें। डिस्ट्रिक्ट रिसॉर्स पर्सन बैजनाथ प्रसाद वर्मा ने बताया कि जनसुनवाई कार्यक्रम में 12 पंचायत अंतर्गत वितीय वर्ष 2019-20 की लंबित योजनाओं का जनसुनवाई की जानी थी। जिसमें प्रखंड के पंचायत संबंधित सभी मनरेगा कर्मी, संबंधित पंचायत मुखिया आदि का उपस्थित रहना अनिवार्य था। जो केवल रोजगार सेवक एवं एक बीपीओ को छोड़कर आज किसी का भी दर्शन नहीं हुआ। बताया गया कि 12 पंचायत संबंधी एक भी मुखिया उपस्थित नहीं थें।राज्य स्रोत प्रतिनिधि श्री कुलदीप मिश्रा के मुताबिक प्रखंड कार्यकारी एजेंसी की तरफ से कार्यक्रम के प्रति गंभीरता न दिखाना और एक्शन टेकेन रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं किए जाने के कारण मजबूरन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पुनः यह जनसुनवाई का कार्यक्रम 3 नवंबर को निर्धारित किया गया है। वहीं इस संबंध गिरिडीह मनरेगा लोकपाल आयुक्त तमन्ना परवीन ने प्रखंड के मनरेगा पदाधिकारियों वा कर्मियों के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि यह साफ नजर आ रही है कि जब पहले से जनसुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। फिर भी ये लोग आज उपस्थित नहीं रहें। उन्होंने कहा इससे साफ पता चलता है कि कहीं न कहीं कुछ छिपाई जा रही है, या वे लोग उचित दस्तावेज प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि इनलोगों को एक मौका और दिया गया है अगर उस दिन ये लोग उस्थित नहीं होते और दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं करते है तो बेशक इनलोगों पर कारवाई किया जायेगा।












