टुंडी में एक आदिवासी लड़की के साथ हुई दुष्कर्म व नृशंस हत्या की घटना के बाद न्याय की मांग मुखर हो गयी है। न्याय की मांग को ले टुंडी के साथ गिरिडीह में भी कैंडल मार्च निकाला गया। रविवार संध्या गिरिडीह टॉवर चौक के समीप आदिवासी समाज के युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला।
बताया जाता है कि कैंडल मार्च निकलने को ले भारी संख्या में आदिवासी समाज के युवाओं का जुटान हुआ था। हरेक व्यकि में घटना को ले काफी आक्रोश था। कैंडल मार्च में शामिल सदस्यों ने इस घटना पर नराजगी जताई। साथ ही साथ प्रसाशन से अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाने की मांग की है। कहते हैं कि घटना पूरे मानव जाति के शर्मनाक व अक्षम्य अपराध है। वहीं अपनी मांगों को ले शामिल आदिवासी समाज के सिकंदर हेम्ब्रम ने कहा कि शासन प्रशासन को इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की चाहिए तथा अपराधियों पर न्याय सम्मत कार्रवाई की जानी चाहिए। जब तक न्याय नहीं मिला जाता हमलोग चुप नहीं बैठेंगे। मौके पर आदिवासी समाज के प्रवीण मुर्मू,सिकंदर हेंब्रम,अनिल हेंब्रम,आनंद मुर्मू,लखिन्द्र हांसदा, नुनका टुड्डू,मदन हेंब्रम,प्रदीप सोरेन, उदय मुर्मू,प्रधान मुर्मू,प्रेम चंद मुर्मू, गुरु चरण बासकी समेत भारी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।
