साउथ अफ्रीका के माली में फंसे प्रवासी मजदूर की अंतिम जत्था शनिवार को 10 मजदूरों की वतन वापसी हुई है।मजदूरों ने रांची पहुंचने पर सबसे पहले माथे पर मिट्टी का तिलक लगाया।मजदूरों ने वतन वापसी होने पर केंद्र और राज्य सरकार के साथ कोडरमा सांसद सह केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और प्रवासी मजदूरों के हितार्थ काम करने वाले सिकन्दर अली को भी धन्यवाद दिया. यहां बता दें कि गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिला के 33 मजदूर दक्षिण अफ्रीका के माली में फंसे हुए थे।मजदूरों ने पहली बार 16 जनवरी को प्रवासी हित में कार्य करने वाले समाज सेवी सिकन्दर अली सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो शेयर कर अपनी पीड़ा को साझा करते हुए वतन वापसी में सहयोग की अपील की थी. इसके बाद केंद्र एवं राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया. इसके बाद मजदूरों को ना सिर्फ भारतीय दूतावास लाया गया था बल्कि बकाया मजदूरी का भी भुगतान कराया गया था।इसके बाद 7 फरवरी को पहली बार में 6 ,दूसरी बार में 7 फिर तीसरी बार में 10 मजदूरों की वतन वापसी हुई थी।लौटने वाले मजदूरों में विष्णुगढ़ प्रखंड के मड़मो निवासी मोहन महतो, नरकी निवासी भेखलाल महतो, फाराचांच के हेमलाल महतो, उच्चाघाना के रूपलाल महतो, बंदखारो के टुकेश्वर महतो, बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर निवासी सुकर महतो,चुरचू प्रखंड के बांदा निवासी मनोज महतो, बगोदर प्रखंड के ढ़िबरा निवासी टिकेश्वर महतो, परतापुर के कुंजलाल महतो तथा तिरला के शंकर महतो शामिल हैं।