विगत 8 मार्च से 18 रात खुले आसमान के नीचे दिन रात धरना पर बैठे किसानों का आंदोलन शनिवार को 19 वें दिन भी अंबेडकर चौक पर जारी रहा।यहां बगैर घूस के रजिस्टर टू और खतियान का नकल दिलाने की मांग को लेकर तिसरी अंचल के दूलियाकरम मौजा कमिटी के अध्यक्ष बिनोद हेंब्रम के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना पर किसान डटे रहे। धरना को संबोधित करते हुए किसान मंच के गिरिडीह जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि गिरिडीह जिला के दो माननीय विधायकों की ओर से उनके नेताओं द्वारा धरना स्थल पर आकर किसानों को यह आश्वस्त किया था कि उनके पार्टी के विधायक विधान सभा में मामला उठाएंगे पर किसी माननीय विधायक ने विधान सभा में मामला नहीं उठाया इस वजह से हम किसान और उन विधायकों के पार्टी के कार्यकर्ता निराश अवश्य हुए हैं ।पर हताश नहीं हुए हैं। बाहरी लोगों के दबाव में आकर जब हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 1932 के खतियान के आधार पर नियोजन नीति बनाने से इंकार कर सकते हैं तो भूमाफियाओं व भ्रष्ट अधिकारियों के दबाव में आकर हमारे विधायक अगर चुप्पी साध लिए तो कोई बड़ी बात नहीं है। इस धरना में बिनोद हेंब्रम, बिसुन हेंब्रम, मंगरू हांसदा, रामकिसुन हांसदा, रमेश हेंब्रम, प्रभु हेंब्रम, तालो हेंब्रम, रमेश हेंब्रम विजय सिंह, त्रिभुवन राउत, चिंतामन यादव, मंझली देवी, छोटकी देवी, मालती देवी नेहा देवी, बड़की देवी सहित कई किसान धरना में बैठे दिखे।