गिरिडीह जिले में पुलिस महकमे में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई देखने को मिली। एसपी डॉ. बिमल कुमार ने विभिन्न थानों में पदस्थापित 142 एसआई और एएसआई रैंक के पुलिस पदाधिकारियों के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। यह निर्णय उन अधिकारियों पर लिया गया है, जिनके पास बड़ी संख्या में पॉकेट पेंडिंग कांड लंबित हैं और जिनका अंतिम प्रपत्र सीसीटीएनएस पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया।
समीक्षा में पाया गया कि कई थानों में दर्ज मामलों को दैनिक प्रतिवेदन से हटाकर निष्पादित तो दिखा दिया गया, लेकिन अनुसंधानकर्ताओं ने उनकी प्रविष्टि सीसीटीएनएस पोर्टल पर नहीं डाली। इस लापरवाही के कारण जिले में लंबित मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एसपी ने इसे “खेदजनक एवं अनुशासनहीनता” की श्रेणी में रखते हुए सख्त कार्रवाई की है।
जिन अधिकारियों के पास सबसे अधिक लंबित कांड पाए गए, उनमें नगर थाना के शिवजतन हेम्ब्रम (71), पियूष करकेटा (41), प्रमोद प्रसाद (35), बगोदर थाना के आनंद कच्छप (34), सरिया थाना के श्रवण कुमार (54), हीरोडीह थाना के बसंत टोप्पो (75), धनवार थाना के एएसआई अशोक मंडल (58) सहित कई अन्य शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों ने दर्जनों मामलों के निपटारे के बावजूद उन्हें सीसीटीएनएस पर अपडेट नहीं किया।
एक साथ 142 पदाधिकारियों के वेतन पर रोक से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। एसपी ने साफ कहा है कि जब तक सभी अधिकारी लंबित मामलों को पोर्टल पर अद्यतन नहीं कर देते, तब तक उनका वेतन जारी नहीं होगा। इस कदम को पुलिस प्रशासन में जिम्मेदारी और पारदर्शिता स्थापित करने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है।











