सात सूत्री मांगों के साथ भव्य महारैली, सैकड़ों आदिवासियों का प्रदर्शन
गिरिडीह जिले के सरिया अनुमंडल में मंगलवार को आदिवासी संगठनों ने सात सूत्री मांगों को लेकर भव्य महारैली और विरोध प्रदर्शन किया। यह रैली हाल ही में सरिया थाना क्षेत्र के एक आदिवासी बहुल गांव में हुई ना,बालिग आदिवासी लड़की के साथ दु,ष्कर्म व ह,त्या की घटना के विरोध में निकाली गई।
महारैली सरिया हाईस्कूल स्टेडियम से शुरू होकर सरिया बाजार और झंडा चौक होते हुए अनुमंडल कार्यालय तक पहुंची। ढोल-नगाड़ों, तीर-धनुष, लाठी और पारंपरिक वेशभूषा में सैकड़ों आदिवासी पुरुष और महिलाएं शामिल हुईं। प्रदर्शनकारियों ने ज़ोरदार नारे लगाए — “दु,ष्कर्मी को फां,सी दो”, “आदिवासी अस्मिता बचाओ”।
सरकार की चुप्पी पर उठे सवाल
रैली को संबोधित करते हुए आदिवासी नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर जमकर निशाना साधा। नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आदिवासी बेटियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा, “जब तक आरोपी गुलाम मुहीउद्दीन को फां,सी की सजा नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा।” नेताओं ने ‘जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा’ नारे का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता और भ्रष्टाचार की मिलीभगत ने आदिवासी अस्मिता को चोट पहुंचाई है।
सात सूत्री मांगों में शामिल प्रमुख बिंदु
- नाबालिग पीड़िता के दु,ष्कर्मी-ह,त्यारे को फां,सी की सजा
- मृ,तका के परिवार को उचित मुआवजा
- कुडमी जाति को आदिवासी सूची में शामिल न करने की मांग
- पेसा कानून का सख्ती से पालन
- आदिवासी युवाओं की सीधी सरकारी नियुक्ति
- सभी गांवों में जाहेरथान और मांझीथान भवन का निर्माण
- मारंग बुरु पारसनाथ की सुरक्षा
एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम संतोष गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी मांगों को संबंधित विभागों तक भेजकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।