शिक्षा विभाग के उदासीनता के कारण गावां प्रखंड मुख्यालय में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। प्रखंड के आधे से अधिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन से लेकर पौष्टिक आहार वितरण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। बगैर पौष्टिक आहार वितरण के ही पैसों का निकासी हो जा रहा है। सोमवार को ग्रामीणों के लगातार शिकायत पर जिप सदस्य पवन चौधरी व मुखिया कन्हाई राम ने दर्जनों ग्रामीणों के उपस्थिति में विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षा के गुणवत्ता व अन्य सरकारी लाभ के लिए बच्चों के बीच उपलब्ध कराए जा रहे पोषाहार का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान पौष्टिक आहार के रूप में कई दिनों से बच्चों के बीच फल और अंडा का वितरण नहीं किया जा रहा था। यहां तक एमडीएम की राशि का भी वितरण बच्चों के बीच नहीं किया गया था। मध्याह्न भोजन में भी कटौती किया जा रहा था। इसको लेकर जिप सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य एवं ग्रामीणों ने बीईईओ को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर मध्य विद्यालय गावां में शिक्षा व्यवस्था में सुधार करते हुए शिक्षकों की स्थानांतरण का मांग किया है। आवेदन में कहा गया है कि मध्य विद्यालय गावां में स्थानीय शिक्षक होने के कारण यहां के शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। अधिकांश शिक्षक अपनी उपस्थिति बनाकर विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं। इससे विद्यालय के विधि व्यवस्था पूर्णरूप से खराब हो गया है। आवेदन में विद्यालय में पदस्थापित सभी सरकारी व सहायक शिक्षकों का स्थानांतरण करते हुए दूसरे शिक्षक और प्रधानाध्यापक की पदस्थापना का मांग किया गया है। कहा गया है कि 15 दिनों के अंदर यहां से सभी शिक्षकों का स्थानांतरण करते हुए व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
इधर, जिप सदस्य पवन चौधरी व मुखिया कन्हाई राम ने निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक राम प्रसाद सिंह पर बच्चों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कहा कि जब शिक्षा के मंदिर में प्रधानाध्यापक बच्चों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बात करेंगे तो उस विद्यालय में अनुशासन कितना होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कहा कि 15 दिनों के अंदर यदि विद्यालय में पदस्थापित सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक को प्रभार से मुक्त करते हुए स्थानांतरण नहीं किया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। बच्चों के भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं होने दिया जाएगा।
इधर, बीईईओ प्रभाकर कुमार ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी पारा शिक्षकों का स्थानांतरण दूसरे विद्यालय में करते हुए व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया जाएगा। वहीं प्रधानाध्यापक को प्रभार से मुक्त करते हुए उनके स्थानांतरण को लेकर जिला को पत्र लिखा जाएगा। मध्याह्न भोजन व पौष्टिक आहार वितरण में अनियमितता का जांच किया जाएगा।












