देव परिवार ने सेनादोनी गांव में होली मिलन समारोह के माध्यम से इस रंगोत्सव को शनिवार को परंपरागत रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाई। होली के इस पावन समारोह में परिवार के सभी सदस्य ढोलक व गाने की धुन पर काफी देर तक नाचते झूमते रहे। साथ ही बच्चों, महिलाओं और युवाओं ने जमकर मस्ती भी की और कीचड़ वाली होली में भी मौजूद रही। इस समारोह की शुरुआत उत्तम कुमार के द्वारा की गई। उन्होंने सुबह से ही एक दूसरे को मिट्टी व गुलाल लगाकर सभी को को सराबोर कर दिया। इस वर्ष गुरुवार देर रात होलिका दहन के साथ ही होलिकोत्सव शुरू हो गया था। सभी लोग एक दूसरे को अपने मातृभूमि की मिट्टी व गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी। साथ ही पूरे गांव में भी शांतिपूर्ण ढंग से होली मनाई गई। 18 मार्च की शाम को गांववाले घर-घर पहुंचकर लोगों को रंग व गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी और बच्चे-बूढ़े सभी होली के गाने पर थिरकते नजर आए। बच्चों और युवाओं में होली का काफ़ी उत्साह देखने को मिला। हिमांशु ने बताया बीते दो वर्षों से होली के इस पावन पर्व में होली का रंग फीका देखने को मिला। इस बार कोरोना के बढ़ते मामले में काफी कमी देखने को मिली जिसके उपरांत हमारे परिवार के सभी सदस्य हर्ष उल्लास के साथ इस पर्व को मनाए। यह पर्व हमारे लिए बेहद खास होता है क्योंकि हम सभी गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे को गले लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। हमारे साथ आगंतुक सज्जन उत्तम जी, हिमांशु जी व घरेलु सदस्य निकिता, रागिनी, हनी, किनी, केशव, कुणाल, शुभम, प्रियांशु, दिलखुश समेत कई मौजूद रहे।