गिरिडीह में धार्मिक उन्माद फैला रहे संगठन के 11 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद बहुत से तथ्यों पर से पर्दा उठा है। बताया गया की यह सारे आरोपी अभी तक में गिरिडीह के 1000 से ज्यादा युवाओं को शकील बिन हनीफ नामक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन से जोड़ चुके हैं। दैनिक भास्कर के खबर के अनुसार बताया गया की यह सारे आरोपी देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे। वे दो धर्मों के बीच नफरत पैदा करते थे। दरअसल यह सारे लोग 2018 में दरभंगा से गिरिडीह आये थे और उसके बाद युवकों को जाल में फंसा कर जेहादी पथ पढ़ा रहे थे। वे भंडारीडीह, पचम्बा, बिशनपुर, बड़ा चौक, कोलडीहा, 28 नंबर, बनियाडीह समेत अन्य आसपास के इलाकों के युवकों को संगठन से जोड़ रहे थे। बता दें की इनकी ट्रेनिंग इतनी सख्त होती है की युवक अपने परिजनों की भी बातें मानने से इंकार करते हैं। प्रशिक्षण लेने वाले युवक ने बताया कि युवकों को संगठन के साथ 6 महीने तक रहना होता है जहाँ हर दिन 2 घंटे कट्टरता का पथ पढ़ाया जाता है। साथ ही कब्रिस्तान में शपथ भी दिलाई जाती है। जिसके लिए युवाओं को हर महीने 10 से 20 हज़ार रूपए भी दिए जाते थे। दैनिक भास्कर की टीम की जांच में यह भी खुलासा हुआ की आरोपी भंडारीडीह मोहल्ले के बीच मो. अम्मार हसन के घर को ठिकाना बनाया था जहाँ युवकों को प्रशिक्षण दिया जाता था।