गिरिडीह: गिरिडीह बस ओनर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय पहुंचकर गिरिडीह बस पड़ा में मनमानी तरीके से बढ़ाए गए प्रवेश शुल्क को स्थगित कर हित के अनुसार शुल्क लागू करने से संबंधित आवेदन नगर आयुक्त के नाम सौंपा गया। इस बाबत बताया गया गिरिडीह जिला आर्थिक पिछड़ा जिला होने के बावजूद 30 अप्रैल को बस स्टैंड की टोल की नीलामी की दर में करीब 10% का इजाफा किया गया है। प्रवेश शुल्क पहले ₹60 के तौर पर देना पड़ता था। वही प्रवेश शुल्क अभी ₹130 देना पड़ रहा है। इसके अलावा करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर नगर निगम क्षेत्र में प्रवेश शुल्क वसूला जाता है जो कि गलत है। कहा कि इस तरह से बढ़ाए गए मनमानी शुल्क का प्रतिकूल असर सीधे यात्रियों पर पड़ेगा। इस बाबत प्रभारी महापौर ने कहा कि बस ओनर एसोसिएशन द्वारा प्रवेश शुल्क के तौर पर कहना है कि ज्यादा मात्रा में प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है जिसे कम किया जाएं। खास कर के लोकल बस ओनर के लिए यह प्रक्रिया जल्द लागू की जाए। महापौर ने कहा कि अभी निविदा का कार्य की जा रही है। जिन्होंने प्रवेश शुल्क को लेकर टेंडर लिया है उससे बात कर जहां तक हो सके बस ओनर एसोसिएशन को सुविधा देने का काम किया जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप कुमार सामंता ने बताया कि प्रवेश शुल्क मामला को लेकर आज हमने निगम में अपनी बातों को रखा। इस पर निगम महापौर ने आश्वासन देते हुए कहा कि 2 दिनों के अंदर प्रवेश शुल्क का जिन्होंने टेंडर लिया है उनसे बात कर जहां तक हो सके वहां तक सुविधा हो सकें उसे देने की बात कही गई है। मौके पर राजू खान मनजीत सिंह बग्गा विजय कुमार जयसवाल विनय भूषण प्रसाद गोकुल राम समय एसोसिएशन के कई सदस्य उपस्थित थे।












