अल्बर्ट आइंस्टीन (जर्मन उच्चारण आइनश्टाइन) का जन्म, 14 मार्च 1879 को तत्कालीन जर्मन साम्राज्य के उल्म शहर में रहने वाले एक यहूदी परिवार में हुआ था. ल्बर्ट आइंस्टीन एक महान भौतिकविद और गणितज्ञ माना गया है, जिन्होंने दुनिया को फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव और सापेक्षता का सिद्धांत (Theory of Relativity) देकर विज्ञान की दुनिया में तहलका मचा दिया था. आइंस्टीन को हमेशा ही एक सामान्य व्यक्ति से ज्यादा बुद्धिमान व्यक्ति माना जाता रहा. 18 अप्रैल 1955 में उनका देहांत हुआ, उनका दिमाग (Brain of Albert Einstein) अध्ययन के लिए रखा गया, लेकिन बाद में उसे चुरा कर उसके टुकड़े टुकड़े भी कर दिए गए थे. आइए जानते हैं कि उनका दिमाग कितना और क्यों खास था.हार्वी ने आइंस्टीन का दिमाग सरंक्षित भी रखा था. बाद में हार्वी आइंस्टीन के बेटे से उनके पिता के दिमाग का अध्ययन करने की इजाजत ले ली थी. हार्वी प्रिंसटन हॉस्पिटल की नौकरी गंवाने के बाद आइंस्टीन का दिमाग अपने साथ फिलाडेलफिया ले गए थे. इसके बाद हार्वी ने अध्ययन के लिए ही आइंस्टीन के दिमाग के 240 टुकड़े भी कर दिए और उन्हें दो जार में सिलोइडिन नाम के रसायन में सुरक्षित रख दिए थे.