रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
बच्चों का स्कूलों में नामांकन व गरीब तथा सामाजिक-आर्थिक रूप से हासिये पर रह रहे लोगो व उनके बच्चों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने हेतु जनजागृति के उद्देश्य से शनिवार को “बाल मित्र ग्राम ” पदयात्रा का आयोजन किया गया।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित पदयात्रा अमतरो पंचायत भवन से शुरू होकर कुम्हैना, साढा, हरला होते हुए गावां प्रखंड मुख्यालय में पहुँचकर जन चौपाल में तब्दील हुई। यात्रा का नेतृत्व बाल मित्र ग्राम अमतरो, सिमरापताल, सेरुआ एवं गावां बाल पंचायत के बच्चों ने किया। यात्रा में आधा दर्जन ग्राम पंचायतों के मुखिया,आंगनवाड़ी सेविकाओं, डीलर, सामाजिक कार्यकर्ता, दोनों जिला परिषद सदस्य, दर्जनों गांवों के शिक्षक आदि प्रमुख लोग शामिल हुए ।
पदयात्रा के दौरान बच्चे हाँथ में प्लेकार्ड लेकर बुलन्द आवाज़ में
“बच्चों से काम कराओगे !
सीधे जेल जाओगे !!
हर बच्चे का है अधिकार !
रोटी खेल पढाई प्यार !!
कैलाश सत्यार्थी का सपना
बने बाल मित्र समाज अपना !!
आदि नारे लगा रहे थे।
जन चौपाल को संबोधित करते हुए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के निदेशक ओमप्रकाश पाल ने सबसे पहले तो सभी बच्चों एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए बताया कि
” संयुक्त राष्ट्र संघ ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के संस्थापक एवं नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आदरणीय कैलाश सत्यार्थी को सतत विकास लक्ष्य (SDG} एडोकेट बनाया है।SDG एडोकेट के रुप में श्री सत्यार्थी संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्यों को सन 2030 तक हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
ओमप्रकाश ने कहा कि “यह दुनियां भर के बच्चों एवं भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो कि गौरव का विषय है।
बाल दासता एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने, बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अधिकारों के लिए वैश्विक आंदोलनो में श्री सत्यार्थी की अग्रणी भूमिका है। उन्होंने ऐसे दुनियां के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है जहां हर बच्चे को स्वतंत्र, स्वस्थ्य, शिक्षित और सुरक्षित जीवन जीने का अधिकार हासिल हो सके। “
यह खबर सुनते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई, लोगों ने एक दूसरे को बधाईयां दी है।
इसके साथ ही,
ओमप्रकाश पाल ने ” बाल मित्र ग्राम यात्रा” के उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला।
डायना अवार्ड विजेता चम्पा कुमारी ने संबोधित करते हुए कहा कि “हम बाल पंचायत के बच्चे प्रखण्ड के सभी गांवों में इस जन अभियान को तेज करते हुए शत प्रतिशत स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित करवाएंगे जिससे कोई भी बच्चा बाल मजदूरी,बाल विवाह एवं बाल व्यापार की चंगुल में न फसें।”
सहायक परियोजना पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान का प्रथम चरण 21 सितम्बर को समाप्त हो रहा है।
कार्यक्रम को जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र चौधरी, मो.इमरान अंसारी, अमतरो मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यु रजवार ,सांख मुखिया प्रवीण कुमार, गदर मुखिया ब्रह्मदेव शर्मा, बादीडीह मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव, पसनौर मुखिया प्रतिनिधि अजय साव, आम आदमी पार्टी के नेता सागर चौधरी, शिक्षक मुनील कुमार ने भी संबोधित किया।
मौके पर बाल पंचायत के आलेश कुमार, अंकु सिंह, मनीषा कुमारी, ममता कुमारी, कलवा देवी, हरि मुसहर, मुनील कुमार, धीरज सिंह, गुलशन आरा, चमेली देवी, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के बाल अधिकार कार्यकर्ता मो.आरिफ अंसारी, अमित कुमार, सुरेन्द्र सिंह, कृष्णा पासवान, शिवशक्ति कुमार,भीम चौधरी, श्रीराम कुमार,विक्कू कुमार,अनिल कुमार, राजेश शर्मा, पकंज कुमार, वेंकटेश कुमार, सतीश मिस्त्री, नीरज कुमार सहित आधा दर्जन बाल मित्र ग्रामों के लगभग तीन सौ लोगों की सक्रिय भागीदारी रही।

