स्कूल में फैले संक्रमण के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क मोड पर
गिरिडीह जिले के गांडेय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में चिकन पॉक्स (चेचक) के कई मामले सामने आने से प्रशासन और अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है। बीते तीन दिनों के भीतर कई छात्राओं में इस बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और प्राथमिक जांच के बाद करीब दो दर्जन बच्चियों को घर भेज दिया गया है।
प्राथमिक जांच के बाद छात्राओं की हालत सामान्य – स्वास्थ्य विभाग
गांडेय CHC के BPM मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि फिलहाल सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य है और नए मामले सामने नहीं आए हैं। बताया गया कि गुरुवार को स्वास्थ्य टीम ने कैंप लगाकर खून के नमूने लिए थे। इस दौरान छात्राओं को अलग-अलग रहने, स्वच्छता बनाए रखने और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई।
उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर अस्पताल प्रशासन लगातार स्कूल से संपर्क में है, और किसी भी बच्चे में नए लक्षण दिखने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल परिसर में सैनिटाइजेशन और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने के बाद स्कूल परिसर में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। स्कूल की सह-वार्डन प्रणिता बारला ने बताया कि तीन–चार दिन पहले बच्चों में लक्षण दिखाई देने के बाद तत्काल सूचना जिला कार्यालय को भेजी गई थी।
उन्होंने कहा कि यदि किसी भी छात्रा में नए लक्षण दिखते हैं, तो उसे तुरंत घर भेज दिया जा रहा है, ताकि अन्य छात्राएं संक्रमण की चपेट में न आएं। साथ ही, स्कूल में स्वच्छता मानकों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग व स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि घर पर भी बच्चों को अलग रखें, साफ-सफाई का पूरा ध्यान दें और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत पास के स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।












