गिरिडीह जिले की जर्जर सड़कों को लेकर आम जनता का गुस्सा आखिरकार सड़कों पर फूट पड़ा। शुक्रवार को भाकपा माले ने जेपी चौक पर जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रतिनिधियों, प्रशासन और संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। यह प्रदर्शन गिरिडीह के विभिन्न इलाकों की खराब सड़कों और निर्माण में हो रही देरी को लेकर आयोजित किया गया।
भाकपा माले के नेता राजेश सिन्हा के नेतृत्व में दोपहर 3 बजे से शुरू हुए इस आंदोलन में पचंबा फोरलेन, पचंबा रेलवे पुल रोड, न्यू गिरिडीह रेलवे स्टेशन रोड, डांडेडीह रेलवे पुल, दुखिया महादेव रोड, चैताडीह सदर अस्पताल मेन गेट के सामने की पचंबा बाईपास रोड जैसे प्रमुख सड़कों की दुर्दशा को लेकर प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की जमकर आलोचना की।
प्रदर्शन में शामिल नौशाद, मजहर, निशांत, चुन्नू, एकराम, इम्तियाज समेत दर्जनों लोगों ने कहा कि गिरिडीह के आम नागरिक वर्षों से इन सड़कों की बदहाली से जूझ रहे हैं। आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अब तक न तो मरम्मत कार्य शुरू हुआ है और न ही कोई ठोस योजना दिख रही है।

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प्रदर्शनकारियों का कहना था कि संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधि केवल आश्वासन देने में लगे हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर इन सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान नौशाद आलम, इम्तियाज, तबारक, गुफरान, शहबाज, कैफ़ी अमन, गांधी, अकरम आलम, रियाज, सोनू, विवेक समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन इसमें लोगों का आक्रोश साफ झलक रहा था।
गिरिडीह की सड़कें वर्षों से उपेक्षा का शिकार रही हैं और यह प्रदर्शन जिले के आम नागरिकों की पीड़ा और प्रशासन की निष्क्रियता का प्रतीक बनकर सामने आया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस चेतावनी को गंभीरता से लेता है या फिर आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा।