धनवार थाना के घोड्थम्बा ओपी अंतर्गत भरौना गांव में बीते एक महीने में हुए तीन चोरी का अनुसंधान पूरा भी नही हुआ है और अपराधियों ने दिया चौथी घटना को अंजाम। इस गांव में अपराधी और प्रशासन के बीच तू डाल डाल मैं पात पात वाला खेल चल रहा है और अपराधी प्रशासन को आंखें दिखाकर कह रहा है कि कर लो जो करना है। पिछले एक महीने के अंदर इस क्षेत्र की यह चौथी घटना है। सबसे पहले 28 जुलाई को एक मंदिर में चोरों ने इन्वर्टर, बैटरी, बाजा और अन्य सामान की चोरी की कुछ ही दिन बाद 7 अगस्त को राजू विश्वकर्मा के दुकान एवं बगल के होटल में घुसकर लाखों के सामान की चोरी कर ली। तीसरी घटना में मुमताज अंसारी एवं महबूब अंसारी के घर में चोरी की घटना को अंजाम देकर लाखों के सामान की चोरी कर ली गई थी।
अभी इन तीनों घटना में पुलिस का अनुसंधान पूरा भी नही हो पाया है कि अपराधियों ने बीते रात्रि चौथी घटना को अंजाम दे दिया। बीते रात्रि दिनांक 26 अगस्त को भरौना ग्राम अंतर्गत होरिल राय के घर में चोरों ने खिड़की के रास्ते घर में प्रवेश कर गोदरेज, बक्सा तोड़कर गहना जेवर समेत करीब 50 हजार रुपए के सामान की चोरी कर ली। होरील राय की पुत्रवधु कुसुम देवी के द्वारा बताया गया की रात्रि में वह और उनके सास-ससुर सभी बाहर बरामदे में सो रहे थे इसी बीच चोरों ने घर के पीछे खिड़की के ईंट को गिराकर घर में प्रवेश कर गोदरेज, बक्सा इत्यादि तोड़कर गहना जेवर समेत अन्य सामानों की चोरी कर ली गई। जब घर के लोग सुबह सोकर उठे तो घर वालों को घटना की जानकारी मिली। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा यह भी बताया गया की काफी समय से गांव में कुछ अज्ञात लोग घूम रहे हैं और घर-घर घूमकर रेकी कर रहे हैं।
पिछले कुछ ही दिनों पूर्व अरखांगो गांव में भी एक ही रात्रि में तीन घरों में चोरी की घटना हुई थी लेकिन अब तक प्रशासन किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। इससे प्रशासन व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है। सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि इतने बड़े क्षेत्र में जितने पुलिस बलों की आवश्यकता है उतनी व्यवस्था नही है। कुछ ही पुलिसकर्मी के भरोसे इतना बड़ा क्षेत्र है जिसमे वे आवेदन की जांच करते हैं, अनुसंधान भी करते हैं और गस्ती भी करते हैं ऐसे में रात बेरात घूमने वाले चोरों पर लगाम लगाना मुश्किल ही प्रतीत होता है। ऐसे में ऐसी चोरी और गृहभेदन के केस में अनुसंधान ना के ही बराबर हो पाता है और दो तीन महीनों में केस बन्द कर दिया जाता है। अगर क्षेत्र के लिए पर्याप्त पुलिस की व्यवस्था हो तभी इन घटनाओं में किसी अपराधी का पकड़ा जाना संभव है। वहीं इस संबंध में खोरीमहुआ एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह से बात करने पर बताया गया की चोरों को पकड़ने के लिए इलाके में गस्ति बढ़ाने और जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है साथ ही घोड़थंभा ओपी प्रभारी को जल्द गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिया जा रहा है। लेकिन अब देखना यह है की इस घटना में किसी अपराधियों को पुलिस पकड़ पाती है या अन्य केसों की तरह ही ” अंतिम प्रतिवेदन सत्य सूत्रहीन” समर्पित कर दिया जाता है।