केंद्रीय कारा के जेलर प्रमोद कुमार के वाहन पर फायरिंग की घटना को लेकर गुरुवार को पुलिस का फोकस अमन साहू गिरोह की ओर हो गया है। एसपी अमित रेणू के निर्देश पर सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह व मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम दलबल के साथ मामले के जांच में जुटे रहे। टेक्निकल सेल की टीम भी अनुसंधान में जुटी हुई है। इस बीच यह बात सामने आ रही है कि दिनदहाड़े गोली चलाने की इस घटना के पीछे कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के गुर्गों का हाथ हो सकता है।कहा जा रहा है कि जेलकर्मियों के अंदर दहशत फैलाने के उद्देश्य से ही यह गोली चलायी गई है।
बताया जाता है कि गैंगस्टर अमन साहू पिछले 7 अप्रैल 2022 से गिरिडीह केंद्रीय कारा में बंद है।इससे पहले अमन रांची जेल में बंद था।रांची से उसे हजारीबाग केंद्रीय कारा शिफ्ट किया गया।इसके बाद अमन को कोलकाता जेल ले जाया गया।कोलकाता के बाद उसे एक दिन के लिए पाकुड़ जेल में भी रखा गया।पाकुड़ के बाद अमन को गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया है।कहा जा रहा है कि गिरिडीह केंद्रीय कारा में बंद अमन साहू की मनमानी जेल अधीक्षक अनिमेश चौधरी और जेलर प्रमोद कुमार चलने नहीं दे रहे हैं। इससे ही अमन नाराज चल रहा है।इधर कहा जा रहा है कि जिस वाहन पर फायरिंग हुई है। उस वाहन पर जेल अधीक्षक चलते थे। यहां बता दें कि बुधवार को केंद्रीय कारा से कोर्ट जाने के क्रम में लाल रंग की मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने जेलर के वाहन पर फायरिंग की थी।घटना में वाहन में सवार जेलर बाल बाल बचे। इसके बाद से अपराधियों की खोज की जा रही है।