गिरिडीह कॉलेज एन एस एस इकाई- एक के द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का सोमवार को सिहोडीह में समापन हुआ। यह शिविर 28 जून से शुरू होकर 04 जुलाई तक चला। समापन सत्र की मुख्य अतिथि थीं विनोबा भावे विश्व विद्यालय, हजारीबाग की एन एस एस की को-ऑर्डिनेटर डॉ. जॉनी रूफीना तिर्की। समापन सत्र से पहले स्वयंसेवकों ने पॉलिथिन कैरी बैग नहीं उपयोग करने की अपील करते हुए एक रैली निकाली। यह रैली सिहोडीह नया पुल से शुरू होकर गिरिडीह कॉलेज रोड में निकली थी। स्वयंसेवकों ने पॉलिथिन के उपयोग से होने वाले दुष्परिणामों को तख्तियों पर लिखकर रैली निकाली थी। इस रैली से पूर्व प्रोग्राम ऑफिसर बलभद्र ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए रैली के महत्व और रैली की बारीकियों की जानकारी दी। मुख्य अतिथि डॉ.तिर्की ने रैली के लिए हरी झंडी दी और बताया कि यह एक दीर्घसूत्री कार्यक्रम है। रैली के बाद समापन सत्र प्रारंभ हुआ। महात्मा गांधी और बिरसा मुंडा की तसवीर पर माल्यार्पण के साथ यह सत्र शुरू हुआ।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ.समीर सरकार,भूगोल विभाग के अध्यक्ष श्री सीता राम बर्नवाल, हिंदी असिस्टेंट प्रोफेसर दीपिका कुमारी, अर्थशास्त्र के नयन कुमार सोरेन, दर्शनशास्त्र के डॉ.प्रभात कृष्ण,सिहोडीह वार्ड संख्या ग्यारह के वार्ड पार्षद श्री अशोक राम ने भी तसवीर पर माल्यार्पण किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई दी। डॉ. तिर्की ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि एन एस एस का मुख्य लक्ष्य कार्यक्रमों के जरिए सामाजिक उत्तरदायित्व के बोध को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक में नेतृत्वक्षमता का विकास जरूरी है।समापन सत्र में शिवम कुमार, नीतीश कुमार वर्मा, मनीषा कुमारी, सोनी खान, जूही आफरीन, स्मृति कुमारी ने भी अपने सात दिनों के अनुभवों को साझा किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन मनीषा कुमारी ने किया।