मंगलवार को गावां प्रखंड अंतर्गत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय माल्डा के सभागार में समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में छात्राओं के बीच बाल विवाह, बाल श्रम और बाल हिंसा के रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेम्ब्रम ने कहा कि बाल विवाह के लिए किशोर से ज्यादा किशोरियां शिकार हो रही हैं। जागरूकता इसके रोकथाम में सबसे बड़ी भूमिका अदा कर रही है। साथ ही इसके रोकथाम में समाज की भी अहम भूमिका है। यदि अपने आसपास बाल-विवाह हो रहा हो तो तुरंत स्थानीय थाना व बीडीओ को सूचित करें। इस अपराध को रोकने के लिए कानूनी प्रावधान है। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी श्यामा प्रसाद ने कहा कि बच्चों के साथ किसी भी तरह का शारीरिक, मानसिक या यौन दुर्व्यवहार, प्रताड़ना, उपेक्षा, शोषण, बाल श्रम बच्चों के प्रति हिंसा कहलाती है। उन्होंने कहा कि अगर छोटे बच्चों को कोई गाली दे रहा है, डरा रहा है, धमका रहा है, तो वह बच्चों के साथ हिंसा कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसी बच्चे से कोई छेड़छाड़ कर रहा है या शारीरिक टिप्पणी करता हो या असहज तरीके से छूता हो तो यह यौन हिंसा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को हिसा या किसी भी तरह से असहज महसूस करने पर चुप नहीं रहना चाहिए बल्कि इस संबंध में अपने किसी भरोसेमंद व्यक्ति या अपने परिजनों को तुरंत बताना चाहिए। नही तो चाईल्ड लाइन हेल्प नम्बर 1098 पर भी कॉल कर सूचना दे सकते है। कॉल करने के एक घंटे के अंदर प्रशासन आपके घर तक पहुँचेगा। साथ ही किसी भी व्यवसायिक प्रतिष्ठान में छोटे बच्चों से काम नहीं लेना है। यदि कहीं ऐसा होता है तो विभाग को सूचित करें। उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर कस्तूरबा विद्यालय वार्डन निशा कुमारी, राजू रजक, जागो फाउंडेशन से विकास जॉनी, अजीत पांडे, सवेरा फाउंडेशन से अमर पाठक, जयराम प्रसाद, गूंजा कुमारी समेत कई लोग उपस्थित थे।