शहर के बरगंडा से लेकर पावर हाउस मोड़ तक सड़क निर्माण कार्य में हुई गड़बड़ी को लेकर रविवार को हंगामा हुआ है।यहां 38 लाख के लागत से नए सड़क के साथ नाली निर्माण का भी कार्य होना था, लेकिन ठेकेदार द्वारा नाली का निर्माण नहीं किया गया है।इतना ही नहीं पूरे रोड में पहले से बिछे पुराने पैबर ब्लॉक को उखाड़ कर ठेकेदार ने शहर के दुसरे पैबर ब्लॉक निर्माण कार्य में लगा दिया।बताया गया कि
शहर के स्टेशन रोड के प्रधान गुरुद्वारे के समीप जिस रोड के किनारे पुराने पैबर ब्लॉक को लगाया, उसकी गुणवत्ता भी जांच के दायरे में है।पुराने पैबर ब्लॉक लगाने का कार्य जिला परिषद द्वारा कराया गया। जिसका भुगतान भी जिला परिषद द्वारा निगम के इसी ठेकेदार को कर दिया गया। मामला सामने आने पर निगम के एक वार्ड पार्षद रंजीत यादव ने मामले को उठाया। हालांकि वर्ष 2020 के इस योजना को किस ठेकेदार ने कार्य किया है, यह स्पस्ट नहीं हो पाया.
मामले में निगम के सहायक अभियंता सोमा उरांव ने ठेकेदार के द्वारा किए गए बरगंडा से लेकर पावर हाउस मोड़ तक के सड़क निर्माण कार्य को सही बताया है।इधर वार्ड पार्षद द्वारा मामला उठाने के बाद उप नगर आयुक्त स्मृति कुमारी ने गंभीरता से लेते हुए जांच कराने का निर्देश दिया है। तीन दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देने का बात कही है।साथ ही ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाया गया है।