राजस्थान में डॉ अर्चना शर्मा की मौत के विरोध में गिरिडीह सदर अस्पताल समेत अन्य स्थानों पर डॉक्टरों नेँ शनिवार को चिकित्सा कार्य का बहिष्कार किया।बताया गया कि झारखंड की बेटी डॉ अर्चना, जो जानी मानी गायनोकोलॉजिस्ट थी, जिनकी राजस्थान में दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई, इसके विरोध में सभी डॉक्टरों से एक दिन के लिए चिकित्सा कार्य का बहिष्कार किया।
बात दें कि राजस्थान पुलिस के दबाव में आकर डॉ अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी। तभी से देश भर के डॉक्टर आक्रोशित हैं। इसी कड़ी में झारखंड आईएमए ने एक दिन के लिए अपने कार्यों का बहिष्कार किया है।हालांकि, आपातकालीन सेवाएं इस दौरान जारी रही।इस दौरान सभी डॉक्टरों की मांग है कि दोषियों को कड़ी सजा और मृत डॉक्टर के परिवार वालों को न्याय दी जाए।बता दें कि शुक्रवार रात गिरिडीह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा मृत चिकित्सक की याद में एक कैंडल मार्च सदर अस्पताल परिसर से निकाल कर टावर चौक उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया गया था।मौके पर महिला विंग की अध्यक्ष डॉ अमिता राय, डॉक्टर बीएमपी रॉय, डॉ अशोक कुमार, डॉ रितेश सिन्हा ,डॉक्टर उत्तम जलन ,डॉक्टर संजना शर्मा ,शीला वर्मा, मनीषा जालान ,किरण कौशल डॉ नूतन लाल सहित कई डॉक्टर मौजूद थे।










