झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ, जन सेवक संघ, रोजगार और सेवक संघ के संयुक्त तत्वाधान में जिला शाखा गिरिडीह के आह्वान पर शनिवार को पहले से तय कार्यों के अनुसार समाहरणालय परिसर में सामूहिक धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन में शत प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति देखने को मिली। वही जिले के मुखिया प्रतिनिधियों ने भी धरना प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। धरना प्रदर्शन के दौरान जिला अध्यक्ष देवनाथ राणा ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ऑडिट की सही जांच किए बिना ही कई लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि यहां के मिलीभगत और भ्रष्ट पॉलिटिक्स के साथ मिलकर अधिकारी और कर्मी काम कर रहे है। जिसको झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने खुले शब्दों में कहा कि सोशल ऑडिट को दिन के उजाले में मजदूर लाभुक एजेंसि के सामने जांच करने की जरूरत है। तभी सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा कि हम सभी आनन-फानन में प्राथमिक दर्ज करने को झूठा साबित करेंगे। साथ ही अपने सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष करेंगे। धरना को संबोधित करते हुए अशोक कुमार सिंह ने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि सरकारी कर्मचारियों की चार श्रेणी है। जमीनी स्तर पर वर्ग दो एवं तीन एक साथ योजना का कार्यान्वयन करते हैं। वही वर्ग 2 के पदाधिकारी जांच कर संतुष्ट होने के बाद किसी प्रकार की त्रुटि होने पर क्षेत्रीय कर्मी वर्ग तीन पर मुकदमा दर्ज करते हैं। ऐसी परिस्थिति में वीडियो पर भी मुकदमा दर्ज किया जाए लेकिन ऐसा नहीं किया गया। धरना के दौरान निर्णय लिया गया कि मुकदमा को वापस नहीं लेने और संतोषजनक वार्ता नहीं होने पर 15 मार्च से तीनों विभाग के क्षेत्रीय कर्मी और मुखिया कोई सरकारी कार्य नहीं करेंगे। मौके पर रूपलाल महतो, लखन प्रसाद रजक, अशोक गोप, विनोद विश्वकर्मा, लखन लाल पंडित समय भारी संख्या में प्रधान प्रतिनिधि समेत अन्य लोग उपस्थित थे।










